इस मामले में कोर्ट में हुआ था पेश
सिविल लाइंस पुलिस द्वारा आनंद नगर अधारताल निवासी सूर्या मरावी उर्फ चीनू को पकड़ा गया था। उसके खिलाफ १५१ के तहत कार्रवाई की गई। उसे सिविल लाइंस पुलिस शनिवार शाम गोरखपुर एसडीएम के पास ले गई। जहां से उसे जमानत पर रिहा करने के निर्देश दिए गए।
चाबी पर नजर पड़ी और घूमा दिमाग
पुलिस के अनुसार कोर्ट से जमानत पर मिलने के बाद चीनू बाहर आया, तो देखा कि वहां रांझी एसडीएम सुनील शुक्ला की जीप खड़ी थी। जीप में चाबी लगी थी, लेकिन ड्राइवर आसपास नहीं था। इतना देखते ही उसके शातिर दिमाग का शैतान जाग गया। चीनू ने मौका देख और एसडीएम की गाड़ी को स्टार्ट कर ले उड़ा।
ड्राइवर ने मचाया हल्ला
पुलिस के अनुसार आरोपित गाड़ी लेकर जैसे ही भागा, एसडीएम के ड्राइवर की नजर उस पर पड़ी। अंजान शख्स को गाड़ी चलाता देख कर ड्राइवर ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। इसकी सूचना सभाकक्ष में मौजूद एसडीएम शुक्ला को दी गई। उन्होंने तत्काल पुलिस अधिकारियों को कलेक्ट्रेट परिसर से गाड़ी चोरी होने की जानकारी दी। इसके बाद शहर की पुलिस चोर के पीछे लग गइ।
सीसीटीवी में देखा, वायरलेस पर लोकेशन
आरोपित एसडीएम की गाड़ी तेज रफ्तार में लेकर निकाला। जानकारी लगते ही पूरे शहर के सीसीटीवी खंगाले गए, तो एसडीएम की गाड़ी ग्वारीघाट की ओर जाती नजर आई। वायरलेस सेट पर गाड़ी की लाइव लोकेशन दी जाने लगी। पूरे शहर की पुलिस अलर्ट हो गई। कई थानों की पुलिस वाहन के पीछे लग गइ। तेज रफ्तार वाहन के साथ चोर ने पुलिस को छकाने की काफी कोशिश की। लेकिन ग्वारीघाट और रामपुर चौकी के पुलिस बल ने मिलकर वाहन को रामपुर चौक के पास घेर लिया और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पांच हजार रुपए का पुरस्कार
आरोपित को पकडऩे की जानकारी जैसे ही वायरलेस सेट पर प्रसारित हुई, तो पुलिस ने राहत की सांस ली। चोर को कुछ ही मिनट के अंदर पकड़ लिए जाने की जानकारी एएसपी स्तर के अधिकारी तक पहुंची तो उन्होंने एसआई निरुपा पांडे समेत उनकी टीम के प्रतीक, आशीष, अनिल तिवारी, योगेन्द्र पटेल, मनोज व अन्य को पांच हजार रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की। इसके कुछ देर बाद ही एसपी कुमार सौरभ राशि ने पुरस्कार की राशि बढ़ाकर दस हजार रुपए करने की घोषणा कर दी।