एमपी में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रोकने अब प्रशासन ने किया ऐसा काम हर पैरेंट्स कर रहा तारीफ
uniform fair: प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस बढ़ोत्तरी पर नकेल कसने के बाद अब प्रशासन ने निजी स्कूलों और दुकानदारों के बीच की सांठगांठ तोड़ने के लिए प्रशासन ने उठाया सराहनीय कदम…।
uniform fair: मध्यप्रदेश के जबलपुर में प्राइवेट स्कूल संचालकों की मनमानी रोकने के लिए प्रशासन लगातार कड़े कदम उठा रहा है। पहले मनमानी फीस वृद्धि को लेकर कड़े फैसले लिए गए और स्कूलों पर जुर्माने की कार्रवाई के साथ ही अभिभावकों को बढ़ी हुई फीस वापस दिलाई गई तो अब निजी स्कूलों की विक्रेताओं के साथ साठगांठ तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने यूनिफॉर्म मेला शुरू किया है। इस स्कूल मेले में 40 निजी स्कूलों की ड्रेस मौजूद हैं जिन्हें पैरेंट्स रियायती दाम पर खरीद सकते हैं।
जबलपुर के लेमा गार्डन गोहलपुर में संचालित रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर में शनिवार को पांच दिवसीय गणवेश (यूनिफॉर्म) मेले (uniform fair) की शुरुआत हुई है। इस यूनिफॉर्म मेले में शहर व ग्रामीण क्षेत्र के 40 निजी स्कूलों के साथ केंद्रीय विद्यालय एवं मॉडल स्कूल के लिए यूनिफॉर्म के स्टॉल लगाए गए हैं। अपनी तरह के प्रदेश के पहले मेले में अभिभावक रियायती दरों पर गणवेश (यूनिफॉर्म) खरीद सकेंगे। इससे पहले अप्रेल में पुस्तक मेला लगाया गया था। बता दें कि प्राइवेट स्कूल संचालक दुकानदारों से सांठगांठ कर लेते हैं और किसी खास दुकान पर स्कूल यूनिफॉर्म उपलब्ध करवाते हैं। इस खास दुकान पर स्कूल ड्रेस के लिए मोटी रकम अभिभावकों से वसूली जाती है जिसमें स्कूल का भी अच्छा खासा कमीशन होता है।
शनिवार से इस यूनिफॉर्म मेले की शुरूआत हो चुकी है जो कि 31 जुलाई तक चलेगा। हर दिन शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक ये मेला लगता है इसमें 17 स्टॉल लगाए गए हैं जिन पर जिले के निजी स्कूलों की यूनिफॉर्म रियायती दरों पर उपलब्ध हैं। मोजे, ब्लेजर, स्कूल बैग एवं वॉटर बॉटल के स्टॉल भी लगाए गए हैं। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि मेले का मकसद उचित दाम पर स्कूल यूनिफॉर्म दिलाना है। ज्यादातर यूनिफॉर्म क्लस्टर और शहर में संचालित गारमेंट इकाइयों में तैयार की गई हैं। इससे पहले स्कूलों से इसके लिए सैम्पल मांगे गए थे। प्रशासन की ओर से लगाए गए इस यूनिफॉर्म मेले की पैरेंट्स ने जमकर सराहना की है।