जबलपुर

आठ जून से खुलेंगे त्रिपुर सुंदरी मंदिर के पट, अन्य मंदिरों में भी तैयारियां शुरू

भक्त छह-सात फीट की दूरी से दूर से कर सकेंगे भगवान के दर्शन : एक बार में सीमित संख्या में मिलेगा प्रवेश

जबलपुरJun 06, 2020 / 11:27 pm

shivmangal singh

tripur sundari

जबलपुर. कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन की वजह से बंद किए गए शहर के धर्मस्थलों को खोलने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रदेश शासन का निर्देश मिलते ही मंदिरों के पट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। मंदिरों के पुजारियों और संचालन समितियों के पदाधिकारी के अनुसार मंदिरों में एक बार में छह-सात लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालु छह-सात फीट की दूरी से भगवान के दर्शन कर सकेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मंदिर परिसर में रस्सियां लगाई जा रही हैं।

त्रिपुर सुंदरी मंदिर
तेवर स्थित विश्व प्रसिद्ध त्रिपुर सुंदरी मंदिर के पट आठ जून से खुल जाएंगे। माता के भक्त सुबह आठ बजे से 11.45 बजे तक दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद 45 मिनट के लिए पट बंद होगा। दोपहर 12.30 बजे से शाम 6.45 बजे तक पट दोबारा खोले जाएंगे। इसके बाद भोग के लिए 15 मिनट तक पट बंद रहेंगे। शाम सात बजे से रात नौ बजे तक भक्त पुन: माता के दर्शन और पूजन कर सकेंगे।

रामलला मंदिर

ग्वारीघाट स्थित रामलाल मंदिर के पुजारी मनोज तिवारी ने बताया कि मंदिर परिसर को सेनेटाइज किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए भी गेट पर सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। एक बार में छह-सात लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा। प्रसाद चढ़ाने के लिए मंदिर परिसर में अलग स्थान तय किया गया है। गर्भगृह से छह फीट की दूरी पर रेलिंग लगाई गई है। रेलिंग के दूसरी ओर से भक्त भगवान के नाम अर्जियां लिखा सकेंगे। मंदिर के पट रात 11 बजे के बजाय आठ-नौ बजे बंद होंगे।

मक्रवाहिनी मंदिर
ग्वारीघाट स्थित मक्रवाहिनी मंदिर के पुजारी नरेंद्र तिवारी ने बताया कि रात नौ बजे मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। गर्भगृह से पांच फीट की दूरी से भक्त मां नर्मदा के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। दर्शनार्थियों के आने-जाने और सुरक्षा व्यवस्था के सम्बंध में जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सावन माह में होने वाले रुद्राभिषेक और पार्थिव शिवलिंग निर्माण का निर्णय प्रशासन की अनुमति के अनुसार होगा।

बगलामुखी मंदिर

सिविक सेंटर, मढ़ाताल स्थित बगलामुखी मंदिर के स्वामी चैतन्यानंद ने बताया कि गर्भगृह में केवल पुजारी प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर में एक बार में सीमित संख्या में ही लोग जा सकेंगे। श्रद्धालुओं को मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा। एक बार में सीमित संख्या में ही लोग मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे।

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