Town planners : सुनियोजित विकास के लिए टाउन प्लानर जरूरी
नगर में आबादी के अनुपात में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो, नए प्लानिंग एरिया में सेक्टरवार विकास कार्य हों और अगले कई दशकों की जरूरतें पूरी हो सकें। इसकी प्लानिंग और सुनियोजित विकास के लिए टाउन प्लानर की आवश्यकता होती है, जिसकी कमी नगर को सालों से खल रही है।Town planners : हाट बाजार फ्लॉप
नए निर्माण के लिए उपयुक्त जगह के चयन में टाउन प्लानर की कमी खलती है। सही जगह का चयन न होने के कारण कांचघर में बना हाट बाजार फ्लाप हो गया। विजय नगर में बनाया हाट बाजार सालों तक खाली पड़ा रहा। भटौली के ओपन एयर थियेटर के संचालन के लिए एजेंसी नहीं मिल रही है।नगर में 30-40 फीट चौड़े ओमती-मोती नाला से लेकर खंदारी, शाहनाला यानी मुख्य ड्रेनेज सिस्टम को संकरा कर कई जगह आधे का भी आधा कर दिया। नगर में डेढ़ दशक से सीवर लाइन के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, लेकिन आज तक जबलपुर के एक चौथाई हिस्से में भी सीवर लाइन के कनेक्शन नहीं हो सके। Town planners : जेडीए में आर्किटेक्ट, टाउन प्लानर नहीं हैं, खाली पदों को भरने प्रदेश शासन से मांग की गई है।
- दीपक कुमार वैद्य, सीईओ जेडीए