मध्यप्रदेश टूरिज्म इंडस्ट्री में अब तक आपने अनेक स्थानों की सैर कर ली है। आंखें चकाचौंध कर देने वाली प्राकृतिक सुंदरता इन स्थानों पर देखने मिलती है। प्रत्येक स्थान अपनी तरह की खूबी के लिए प्रसिद्ध है जिसकी वजह से देशी-विदेशी पर्यटकों का आगमन सालभर होता रहता है। लेकिन आज हम आपको ऐसे स्थान के बारे में बता रहे हैं, जिसकी खूबियां सबसे अलग और अनोखी हैं। ये ऐतिहासिक होने के साथ ही बेहद लाजवाब और खबूसरत भी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं जयविलास महल और संग्रहालय की। यह सिन्धिया राजपरिवार का वर्तमान निवास स्थल ही नहीं एक भव्य संग्रहालय भी है। इस महल के 35 कमरों को संग्रहालय बना दिया गया है। इस महल का ज्यादातर हिस्सा इटेलियन स्थापत्य से प्रभावित है। ये भी पढ़ें: 110 किलो के इस योद्धा का 81 किलो वजनी भाला, विशेषज्ञ भी हुए अचंभित महल का प्रसिध्द दरबार हॉल इसके भव्य अतीत का गवाह है, यहां लगे हुए दो फानूसों का भार दो-दो टन का है, कहते हैं इन्हें तब टांगा गया जब दस हाथियों को छत पर चढ़ा कर छत की मजबूती मापी गई। इस संग्रहालय की एक और प्रसिध्द चीज है, चांदी की रेल जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी हैं और विशिष्ट दावतों में यह रेल पेय परोसती चलती है। इसे देखने वाले देखते ही रह जाते हैं। ये भी पढ़ें: ब्रिटिश जनरल की इस रिपोर्ट मेें ‘लक्ष्मीबाई’ को बताया गया था खतरनाक यही नही इटली, फ्रांस, चीन तथा अन्य कई देशों की दुर्लभ कलाकृतियां भी यहां मौजूद हैं। पैलेस में रायल दरबार की छत से 140 सालों से 3500 किलो का झूमर टंगा है। दुनिया के सबसे बड़ झूमरों में शुमार इन्हें बेल्जियम के कारीगरों ने बनाया था।