वेटरनरी विश्वविद्यालय के सर्जनों की ओर से दो साल पूर्व एक गाय के बछड़े का कृत्रिम प्रोस्थेटिक पैर तैयार करने में सफलता मिली। यह पहला प्रयोग था जब विश्वविद्यालय के सर्जनों ने कृत्रिम अंग बनाया। इसका सफल प्रत्यारोपण गाय के बछड़े में किया गया। तत्कालीन वेटरनरी हॉस्पिटल के सीनियर सर्जन डॉ.वीपी चनपुरिया और उनकी टीम ने यह कृत्रिम पैर तैयार किया गया था। इसे तैयार करने में तकनीकी संस्थानों से भी मदद ली गई थी। प्रदेश में यह अपने तरह का पहला सफल प्रयोग था। बछड़े के पैर में टयूमर होने के कारण उसका पैर काटना पड़ा था।
तकनीक के बेहतर इस्तेमाल से मप्र हाईकोर्ट की सेवाएं हाईटेक हो गई हैं। देश में सबसे पहले आरटीआई में जानकारी की सुविधा ऑनलाइन देने के बाद हाईकोर्ट ने पेपरलेस होने की दिशा में तेजी से कदम उठाए हैं। अभी हाईकोर्ट एक दर्जन डिजिटल सेवाएं दे रहा है। यहां ऑन लाइन आरटीआई आवेदन व रिप्लाई दिया जा रहा है। ई फाइलिंग के माध्यम से ऑनलाइन याचिका व अन्य आवेदन पेश किए जा रहे हैं। पक्षकार व वकील के पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर केस का एसएमएस से अपडेट हो रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेश की प्रमाणित प्रति घर बैठे मेल से मिल रही है। वकीलों, पक्षकारों को हाईकोर्ट के नोटिस ई-मेल पर भेजे जा रहे हैं।