बताया जा रहा है कि स्कूल के तय समय से करीब 2-3 मिनट लेट पहुंचने पर बच्चों को ये सजा दी गई। छोटे बच्चे रोने लगे तो अभिभावकों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद बमुश्किल ताला खोला गया और बच्चों को क्लास के अंदर बैठाया गया।
इस स्कूल पर ज्यादा फीस वसूली के आरोप में कार्रवाई की जा चुकी है। फीस के अलावा यूनिफार्म और कापी-किताबों में कमीशनबाजी के मामले में स्कूल की प्रिंसीपल सोमा जार्ज पर भी मामला दर्ज है। अभिभावकों ने कहा कि यह कार्रवाई स्कूलवालों को बर्दाश्त नहीं हुई और वे मासूम बच्चों के साथ अमानवीयता पर उतर आए। अभिभावकों ने स्कूल की हरकत की कलेक्टर दीपक सक्सेना को शिकायत की। उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।