स्वास्थ्य विभाग ने की एयरपोर्ट से लाकर सुरक्षित भंडारण तक की तैयारी
दस्तक और पल्स पोलियो कार्यक्रम आगे बढ़ा
कोविड वैक्सीन की खेप अनुमान से पहले मिलने से सोमवार से शुरू होने वाले दस्तक और 17 जनवरी से प्रस्तावित पल्स पोलियो अभियान कार्यक्रम फिलहाल टाल दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम कोविड वैक्सीनेशन की तैयारियों में जुट गई है। पहले चरण में करीब साढ़े 23 हजार हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को वैक्सीन लगाने में ही चार से पांच दिन का समय लग सकता है। इसके कारण पल्स पोलियो ड्रॉप देने का कार्यक्रम अब फरवरी में होने की सम्भावना है।
तीन घंटे एयरपोर्ट पर बैठी रही टीम
कोविड वैक्सीन की पहली खेप आने के इंतजार में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम करीब तीन घंटे तक डुमना एयरपोर्ट में बैठी रही। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग को भोपाल से संदेश मिला कि विमान से वैक्सीन पहुंचाई जा रही है। इसके बाद वैक्सीन को सुरक्षित लाने के लिए आवश्यक साजो-सामान के साथ स्वास्थ्य विभाग का दल एयरपोर्ट पहुंचा। काफी देर तक इंतजार के बाद जानकारी मिली कि वैक्सीन मंगलवार को आएगी। उसके बाद दल लौट आया।
क्षेत्रीय कार्यालय से जिलों को मिलेगा स्टॉक
विमान से जबलपुर सम्भाग के साथ ही रीवा और शहडोल सम्भाग के लिए भी कोविड वैक्सीन की खेप आ रही है। विमान से वैक्सीन का स्टॉक आने के बाद उसे स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय संयुक्त संचालक कार्यालय में भंडार गृह में सुरक्षित रखा जाएगा। जहां से रीवा और शहडोल सम्भाग के लिए वैक्सीन की पहली खेप भेजी जाएगी। जबलपुर सम्भाग के अंतर्गत आने वाले आठ जिलों के लिए क्षेत्रीय कार्यालय से वैक्सीन पंजीकृत हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स की संख्या के अनुसार वितरित की जाएगी। एक अनुमान के अनुसार पहले चरण के लिए सम्भाग को वैक्सीन की डेढ़ लाख से ज्यादा डोज मिल सकती है।
स्पेशल फ्लाइट से कोविड वैक्सीन आएगी। इस संबंध में जानकारी मिली है। मंगलवार को शाम तक वैक्सीन पहुंचने की सम्भावना है। कोविड वैक्सीनेशन के कारण प्रस्तावित दस्तक और पल्स पोलियो अभियान कार्यक्रम आगे बढ़ाया गया है।
– डॉ. शत्रुघन दाहिया, जिला टीकाकरण अधिकारी