scriptदुर्लभ तांत्रिक मंदिर: जहां धुएं की धुंध में दिखता है बाबा भैरव नाथ का बाल रूप | siddha tantrik mandir in india, bhairavnath temple for worship | Patrika News
जबलपुर

दुर्लभ तांत्रिक मंदिर: जहां धुएं की धुंध में दिखता है बाबा भैरव नाथ का बाल रूप

दुर्लभ तांत्रिक मंदिर: जहां धुएं की धुंध में दिखता है बाबा भैरव नाथ का बाल रूप

जबलपुरMay 12, 2023 / 01:26 pm

Lalit kostha

bajnamath.gif

siddha tantrik mandir in india

जबलपुर। संस्कारधानी के सिद्ध दरबारों में शामिल ऐतिहासिक बाजना मठ अपनी स्थापत्य कला के साथ ही कई रहस्यों को समेटे हुए आज भी आस्था का केन्द्र बना हुआ है। इतिहासकारों के अनुसार बाजना मठ की हर ईंट शुभ नक्षत्रों में मंत्रों से सिद्ध कर जोड़ी गई हैं। इस कला एवं तंत्र साधना के देश में कुल तीन ही मंदिर हैं। जिनमें जबलपुर का बाजनामठ, व एक-एक काशी और महोबा में हैं।

मान्यता -हर शनिवार रात जागृत होते हैं भगवान, मठ की गुंबद के त्रिशूल से निकलने वाली ध्वनि तरंगों से होती है शक्तियां जागृत

 

bajnamath.jpg

संग्राम शाह ने कराया निर्माण
बाजना मठ का निर्माण 1500 ईस्वी में राजा संग्राम शाह द्वारा बटुक भैरव मंदिर के नाम से कराया गया था। मठ की खासियत यह रही है कि इसकी गुंबद पर लगे त्रिशूल से निकलने वाली प्राकृतिक ध्वनि तरंगे शक्तियों को जागृत करती हैं। इसलिए इसे सिद्ध तांत्रिक मंदिर माना जाता है। अब भी शनिवार की रात्रि को बड़ी संख्या में तंत्र साधक पहुंचते हैं।

धुएं की धुंध में नहीं दिखता कोई
मठ के गर्भगृह में भैरव नाथ के बाल रूप की प्रतिमा स्थापित है। जो सामान्य दिनों में बाहर से भी देखी जा सकती है। किंतु शनिवार या विशेष अवसरों पर अगबत्ती, धूप व हवन का धुआं पूरी तरह से अंधेरा कर देता है। ऐसे में पूजन कर रहे दर्जनों लोग भी यहां दिखाई नहीं देते हैं। जबकि अंदर जाने वाला श्रद्धालु हर बिना कुछ दिखाई दिए भी सीधे प्रतिमा तक पहुंच जाता है। मठ में छिद्र के नाम पर छोटे दरवाजे के अलावा एक छोटी सी खिडक़ी बस है।

 

bhairav_baba.jpg

दी जाती थी बलि
बाजना मठ में तंत्र साधना के साथ ही तामसिक पूजन भी होता है। सदियों तक मंदिर परिसर में पशुओं की बलि दी जाती रही है, जो कुछ दशक पहले तक जारी रही। हालांकि अब यह प्रथा पूरी तरह बंद कर दी गई है।

मन्नतें पूरी करने के लिए प्रसिद्ध है मठ
बाजना मठ को मन्नतें पूरी करने वाला सिद्ध भैरव दरबार भी माना जाता है। नि:संतानता, विवाह बाधा, मृत आत्माओं की मुक्ति, पितृदोष समेत अन्य समस्याओं से निजात पाने व मन्नते मांगने वाले यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। कहा जाता है कि यहां कही गई बात पूरी जरूर होती है। कुछ लोग परिसर में नारियल भी बांधकर जाते हैं।

Hindi News / Jabalpur / दुर्लभ तांत्रिक मंदिर: जहां धुएं की धुंध में दिखता है बाबा भैरव नाथ का बाल रूप

ट्रेंडिंग वीडियो