rape-murder : राजधानी भोपाल के कमला नगर में बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के दोषी को मृत्युदंड की सुनाई सजा अंतिम सांस तक कारावास में रखने में बदल दिया। जस्टिस विवेक अग्रवाल और देवनारायण मिश्रा की खंडपीठ ने फैसले में कहा, अपराधी के जीवन के शेष अवधि तक के लिए जेल में रखकर सामाजिक हित को संतुलित किया जा सकता है। अपीलकर्ता को 7 साल की बच्ची से रेप-मर्डर में भोपाल की ट्रायल कोर्ट ने दुर्लभतम मानते हुए मृत्युदंड की सजा सुनाई थी।
rape-murder : इसे चुनौती देते हुए अपील दायर की, कहा- दोषसिद्धि और जुर्माना इस आधार पर कि उसका मामला परिस्थितिजन्य साक्ष्य पर आधारित है, लेकिन इसका कोई गवाह या सबूत नहीं है कि अभियोक्ता को आखिरी बार आरोपी-अपीलकर्ता के साथ देखा गया था। उसका आपराधिक इतिहास भी नहीं था, इस पर ट्रायल कोर्ट ने विचार नहीं किया।