हाईटैक मशीनों से लाए जाएंगें ट्रैक प्लेटफॉर्म की पटरियां और बेस उखाडऩे के बाद उन्हें सबसे पहले शिफ्ट किया जाएगा। ताकि ट्रेनों के संचालन पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े। इसके बाद बेस डाला जाएगा। बेस के पकने के बाद हाईटैक मशीनों के जरिए गार्डर में फंसे हुए ट्रैक को यहां रखा जाएगा। इसके बाद ट्रैक को जोडऩे के लिए वेल्डिंग और फिर फिनिशिंग के बाद इसका एलाइनमेंट किया जाएगा।
वाशिंग पिट के साथ सुधरेंगीं नाली इस प्लेटफॉर्म के वाशिंग पिट के साथ ही यहां बनी नाली का भी सुधार कार्य किया जाएगा। जानकारी के अनुसार नाली कई स्थानों पर टूट चुकी है, वहीं पानी के पाइपों में भी खराबी है, जिन्हें बदलने का काम किया जाएगा।