जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मैनेजमेंट के विरुद्ध प्रशासन को आय-व्यय की जानकारी देने में भी हेरफेर का आरोप है।
स्कूल ने 25 करोड़ से ज्यादा की राशि को अन्य स्त्रोत से प्राप्त आय दर्शाई। ऐसे में प्रशासन और पुलिस ने सोमवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूल प्रबंधन पर विजय नगर थाने में एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने जॉय एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष अखिलेश मेबिन और सचिव अनुराग श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया।
स्कूल ने 25 करोड़ से ज्यादा की राशि को अन्य स्त्रोत से प्राप्त आय दर्शाई। ऐसे में प्रशासन और पुलिस ने सोमवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूल प्रबंधन पर विजय नगर थाने में एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने जॉय एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष अखिलेश मेबिन और सचिव अनुराग श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया।
यह भी पढ़ें : एमपी सरकार ने 4 प्रतिशत डीए बढ़ाया लेकिन एरियर पर वित्त विभाग का अड़ंगा, कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट स्टूडेंट और अभिभावकों की शिकायत के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने मामले की जांच की। जांच में 15 हजार 600 बच्चों से 25 करोड़ 21 लाख रुपए की ज्यादा फीस वसूली की बात सामने आई। जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने नियमानुसार स्वीकृति लिए बिना ही 10 प्रतिशत से ज्यादा फीस वृद्धि कर दी और अभिभावकों से पैसे वसूल लिए। इतना ही नहीं, 25 करोड़ से ज्यादा राशि को धोखाधड़ी करते हुए अन्य स्रोत से मिली रकम दर्शाई। लाखों रुपए की फीस की राशि को दान में मिली राशि बताई।
बता दें कि इससे पहले भी जबलपुर के कई प्राइवेट स्कूलों के संचालकों, सदस्यों, प्राचार्यों के साथ शहर के कई पुस्तक विक्रेताओं और प्रकाशकों को को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने ये कार्रवाई की। जबलपुर के बाद प्रदेश के अन्य जिलों में प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई हुई। नर्मदापुरम सहित करीब एक दर्जन जिलों में प्राइवेट स्कूलों को ज्यादा फीस लौटाने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।