शेड बनाने के लिए बिना अनुमति काट दिए हरे भरे पेड़,
कई और अनियमित निर्माण से वरिष्ठ अधिकारियों ने जताई नाराजगी
दरअसल मनमोहन नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों और उनके साथ आने वाले परिजनों के लिए परिसर में शेड व बैठने के लिए व्यवस्था की जानी थी। इसके लिए डॉक्टर चैम्बर के बाहर शेड व पत्थरों की बैठक बनाने का निर्णय लिया गया। ठेकेदार ने शेड में बाधा बन रहे पेड़ को लेकर परेशानी जताई तो उसे छंटाई करने की मौखिक अनुमति दी गई। लेकिन ठेकेदार ने पूरा पेड़ ही काट डाला। जब वहां आए लोगों ने इसका विरोध किया तो उसने एक ठूंठ छोड़ दी। जिसे अधिकारी भी ट्रिमिंग करने की बात कह रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पेड़ पर करीब आधा दर्जन पक्षियों ने घौंसले बना रखे थे। पेड़ कटते समय वे चिल्ला भी रहे थे, लेकिन किसी ने ठेकेदार के लोगों को रोकने का प्रयास भी नहीं किया।
अस्पताल परिसर में पर्यावरण दिवस के अवसर पर दो साल पहले पत्रिका के हरित प्रदेश अभियान के साथ मिलकर सुख दुख परिवार के संयोजक पवन तिवारी व साथियों ने 151 पौधे लगाए थे। जिन्हें पेड़ बनाने तक की जिम्मेदारी भी परिवार के सदस्यों ने ली थी और वे रोज उन्हें पानी देने के साथ देखरेख भी कर थे। पेड़ काटे जाने के बाद परिवार के सदस्यों ने भी विरोध जताया है।
मनमाने निर्माण और कामों को लेकर जागरुक नागरिकों ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग तक कर दी। जिसके बाद गुरुवार को अचानक विभाग की स्टेट टीम औचक निरीक्षण करने अस्पताल पहुंच गई। जहां उन्होंने पेड़ काटने समेत ओटी के पास खोले गए नए दरवाजे समेत अन्य कार्यों की जानकारी ली। साथ ही हिदायत देते हुए उन्हें इसकी पुनरावृत्ति नहीं करने की बात भी कही।
- डॉ. आरके पहारिया, प्रभारी, मनमोहन नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
- डॉ. नितिन श्रीनिवासन, मेडीकल अधिकारी