जबलपुर

patrika raksha kavach : हर मोबाइल पर हो आईसीई नंबर, पैनिक होते ही सबसे पहले करें कॉल

पत्रिका रक्षा कवच अभियान के अंतर्गत पीएम श्री महाकोशल कॉलेज में 400 छात्र-छात्राओं के बीच हुए संवाद एवं जागरुकता

जबलपुरDec 21, 2024 / 11:52 am

Lalit kostha

patrika raksha kavach

पत्रिका रक्षा कवच: पीएम श्री महाकोशल कॉलेज में 400 छात्र-छात्राओं के बीच हुआ संवाद

patrika raksha kavach : साइबर ठग या कॉलर एक दिन में अचानक आपको कॉल नहीं करते हैं, बल्कि वे महीने भर इसकी तैयारी करते हैं। आपकी एक एक गतिविधि और दिनचर्या का अध्ययन करने के बाद आपको टारगेट करते हैं। इसके बाद जब वे कॉल करते हैं या मैसेज पर आपको आने के लिए इनवाइट करते हैं और उनका आत्मविश्वास इतना ऊंचा होता है कि आप उनके झांसे में आसानी से आ जाते हैं। भय, नुकसान और परिवार की कमजोर कड़ी में फंसाते ही आप डर जाते हैं और उनके कहे अनुसार सारा काम करने लगते हैं। जब तक आप कुछ समझ पाएं तब तक आपका एकाउंट खाली हो चुका होता है या आपका कोई बड़ा नुकसान हो जाता है। जब भी कोई इस तरह का कॉल या मैसेज आए तो सबसे पहले आईसीई नंबर (इन केस ऑप इमरजेंसी) पर कॉल करें। जो आपकी मदद करने आएगा या सही सलाह देकर आपका नुकसान होने से रोक लेगा। ये बात पत्रिका रक्षा कवच अभियान के अंतर्गत पीएम श्री महाकोशल कॉलेज में 400 छात्र-छात्राओं के बीच हुए संवाद एवं जागरुकता कार्यक्रम में आईटी विशेषज्ञ नितिन जैन ने कही। उन्होंने वर्तमान हुई घटनाओं और युवाओं को टारगेट करने नए नए तरीकों से भी स्टूडें्स को अवगत कराया।

patrika raksha kavach : गर्ल्स सबसे ज्यादा टारगेट, लाइव लोकेशन से बचें


महिलाओं और युवतियों के लिए काम करने वाली समाजसेवी संध्या कनौजिया ने कहा आज के साइबर अपराधियों की नजर में सबसे सॉफ्ट टारगेट गल्र्स हैं। खासकर टीएनएजर्स और कॉलेज गोइंग गल्र्स इनके एजेंडे में शामिल हैं। इसकी मुख्य वजह उनका सोशल मीडिया से लगाव है। वे अपनी हर अपडेट पल पल सोशल मीडिया पर शेयर कर रही हैं। लाइक्स और कमेंट ज्यादा पाने के लिए वे किसी को भी बिना जाने अनुमति दे देती हैं, जिसके बाद उनकी फोटो, वीडियो एआई से एडिट कर दुरुपयोग कर रहे हैं। इसलिए अपनी लाइव लोकेशन शेयर करने से बचें। कहीं भी आने जाने या प्रोग्राम आदि की जानकारी न दें। सबसे जरूरी बात ध्यान रखें कि फ्रेंड्स बनाने से पहले उनकी प्रोफाइल पर पूर्ण विश्वास न करें। अच्छी तरह से जानने के बाद ही उससे बातें आगे बढ़ाएं। संध्या कनौजिया ने गल्र्स स्टूडेंट्स सवालों और सुरक्षा की महत्वपूर्ण जानकारी भी दी।
patrika raksha kavach

patrika raksha kavach : मोबाइल को पूरी परमिशन देने से पहले सोचें


नवयुग कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर नेहा दवे ने स्टूडेंट्स से कहा आज मोबाइल बिना पढ़ाई संभव सी नहीं लगती है। ऐसे में सबसे ज्यादा मोबाइल का उपयोग स्टूडेंट्स ही कर रहे हैं। जब भी कोई एप डाउनलोड करते हैं तो उसे सारी परमिशन दे देते हैं। जबकि कई जगह ये जरूरी नहीं होती है। आपकी दी हुई परमिशन के चलते ही आपका मोबाइल हैक किया जाता है। बाद में उसी डेटा के आधार पर आपके एकाउंट से पैसा निकालते और प्राइवेसी को लीक करने के लिए ब्लैकमेल तक किया जाता है। इसलिए हर एप को परमिशन न दें।
patrika raksha kavach

patrika raksha kavach : विपरीत प्रभावों से भी अवगत कराया

स्पोट्र्स डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. ज्योति जुनगरे ने स्टूडेंट्स को मोबाइल, लैपटॉप की अपेक्षा फ्रेंड्स के साथ समय बिताने, एक्सरसाईज करने और खेलों में रुचि लेने की बात कही। उन्होंने मोबाइल आदि से फिजिकल व मेंटल हेल्थ पर पड़ रहे विपरीत प्रभावों से भी अवगत कराया। प्राचार्य डॉ. अलकेश चतुर्वेदी ने पत्रिका रक्षा कवच अभियान की सराहना करते हुए कहा अभियान से लोगों में जागरुकता बढ़ रही है। सरकारें भी इस ओर ध्यान दे रही हैं। इस मौके पर प्रो. शुभांगी धगट, डॉ. राहुल झारिया, रण विजय सिंह, विश्राम उइके सहित बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।

Hindi News / Jabalpur / patrika raksha kavach : हर मोबाइल पर हो आईसीई नंबर, पैनिक होते ही सबसे पहले करें कॉल

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.