Patrika Abhiyan : पुरोहित, व्यापारी और नाविकों का मिला साथ, बोले- साफ रखेंगे मां का आंचल
पुरोहित ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जंगल से लेकर शहर होने तक तट को देखा है। घाट हमारे हैं। इन्हें स्वच्छ रखने की जिमेदारी भी हमारी है। इसलिए पत्रिका के जनजागरुकता अभियान को तीर्थ पुरोहितों का पूरा सहयोग मिलेगा।
Patrika Abhiyan : मां नर्मदा को निर्मल बनाने के लिए पत्रिका के अभियान सुन लो मां नर्मदा की पुकार का कारवां दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। शहर के समाजसेवी संगठनों, स्कूली विद्यार्थियों के साथ अब नर्मदा घाट के तीर्थ पुरोहित, व्यापारी और नाविक भी सहभागी बन रहे हैं। बुधवार को गौरीघाट के तीर्थ पुरोहितों की बैठक हुई। इसमें पुरोहित चंद्रभूषण उपाध्याय ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जंगल से लेकर शहर होने तक तट को देखा है। घाट हमारे हैं। इन्हें स्वच्छ रखने की जिमेदारी भी हमारी है। इसलिए पत्रिका के जनजागरुकता अभियान को तीर्थ पुरोहितों का पूरा सहयोग मिलेगा।
Patrika Abhiyan : नर्मदा को निर्मल बनाने के लिए गौरीघाट में बैठक
Patrika Abhiyan : प्लास्टिक कोटेड दोने का उपयोग नहीं करने पर सहमति
पुरोहितों ने कहा कि वे नर्मदा तट पर आने वाले श्रद्धालुओं, यजमानों को पूजन-अनुष्ठान में नर्मदा तटों पर पॉलीथिन कोटेड दोने, थर्माकोल की प्लेट, डिस्पोजल आदि का उपयोग नहीं करने का संकल्प दिलाएंगे। नर्मदा में प्रवाहित की जाने वाली पूजन सामग्री में भी इन हानिकारक चीजों का उपयोग नहीं करेंगे। बैठक में नाविक और व्यापारी भी मौजूद रहे।
Patrika Abhiyan : हमारी बड़ी जिमेदारी
पुरोहित संजय उपाध्याय ने कहा कि डेढ़ दशक पहले तक मां नर्मदा का जल कंचन था। दीपदान की होड़ और पूजन सामग्री प्राकृतिक वस्तुओं की अपेक्षा पॉलीथिन आदि के उपयोग से नर्मदा जल दिन-ब-दिन दूषित हो रहा है। इनका उपयोग रोकने के लिए नर्मदा तटों पर रहने वाले, पूजन-अनुष्ठान कराने वाले, नाविकों और व्यापारियों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सभी पुरोहित आज से ही नर्मदा तट और जल को दूषित होने से बचाने के लिए संकल्पित होकर काम करेंगे।
Patrika Abhiyan : दर्शन को न बनाएं प्रदर्शन
संतोष अवस्थी ने कहा कि नर्मदा का दर्शन अब प्रदर्शन बन गया है। लोग यहां भंडारा आदि कराना शान समझने लगे हैं। इसी जाने-अनजाने में वे पुण्य के बजाय पाप के भागीदार बन रहे हैं। नर्मदा भक्त पुण्य के लिए भंडारा प्रसाद का वितरण कराते हैं। लेकिन, थर्माकोल की प्लेट, पॉलीथिन कोटेड दोने आदि का उपयोग करने के बाद उन्हें घाट पर छोड़ देते हैं। जो नर्मदा जल में मिलकर उसे दूषित कर देते हैं। इससे जलीय जीवों के जीवन पर संकट आ गया है।
Patrika Abhiyan : नहीं बेचेंगे पॉलीथिन वाले दोने
पूजन सामग्री विक्रेता मुन्नी बाई दाहिया, ममता बर्मन सहित अन्य ने कहा कि वे अब पॉलीथिन वाले दोने नहीं बेचेंगी। दोना सप्लायर्स को इनकी जगगह कागज के या पत्तों के दोने लाने के लिए कहेंगे, वरना मिट्टी के दीये बेचेंगे।
Patrika Abhiyan : मिट्टी-आटे के दीयों का हो उपयोग
अभिषेक मिश्रा ने कहा कि घाट पर दीपदान के लिए मिट्टी और आटे के दीपों का उपयोग होना चाहिए। इसके लिए दुकानदारों, स्थानीय लोगों, व्यापारियों, पुरोहितों सभी को मिलकर काम करना होगा, तभी नर्मदा तट प्रदूषण मुक्त हो सकेंगे।
Patrika Abhiyan : ये हुए शामिल
बैठक की अध्यक्षता महाआरती संयोजक ओंकार दुबे ने की। इस दौरान अनिकेत अवस्थी, दिनेश उपाध्याय, रिंकू यादव, आशीष अवस्थी, संतोष अवस्थी, सचिन दुबे, अरविंद गर्ग, संतोष कुमार शुक्ला, शंभुनाथ पांडे, दिपांशु तिवारी, प्रकाश श्रीवास्तव, विष्णु बर्मन सहित पुरोहित, नाविक और पूजन सामग्री विक्रेता मौजूद रहे।
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