news facts- देवताल स्थित ओशो आश्रम में समारोह
ओशो का जन्मदिन मनाने आए… और आश्रम में रचाई शादी
नाचो रे गाओ रे उत्सव मनाओ रे…, ओशो मिलन की आ गई घड़ी पलके बिछाए कुदरत खड़ी…, बरस गई रे इस बार ओशो की रस धारा…, सतगुरु ओशो है हमारे सांवरिया… झूमती है जमीं नाचता है गगन ओशो का है जन्मदिन जन्मदिन…। कुछ इस तरह के गीतों के साथ ओशो प्रेमियों ने ओशो का जन्म दिवस मनाया। ओशो आश्रम में उत्साह का माहौल रहा। ओशो प्रेमी बड़ी संख्या में पहुंचे और नाचते गाते हुए उन्होंने ओशो का ध्यान किया। केवल जबलपुर ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के समेत विदेशों के ओशो प्रेमी भी शामिल हुए। चेहरे पर मुस्कुराहट लेकर महिलाएं एवं पुरुष ओशो की भक्ति पर देर तक झूमते रहे। सुबह 6. 30 बजे से शुरू हुआ उत्सव रात 8 बजे तक चलता रहा। ओशो का जन्म दिवस केक काटकर मनाया गया। आयोजन में स्वामी आनंद विजय, स्वामी अविनाश भारती, स्वामी कनिल सरस्वती, स्वामी अनादि अनंत, स्वामी शांतम, मां आभा, मां ऊर्जा उपस्थित रहीं।
आश्रम में ही हुई थी मुलाकात
आश्रम में स्वामी रवि भारती और मां दिव्या ने शादी करके एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। दिव्या ने बताया कि रवि भारती से उनकी मुलाकात पिछले वर्ष शरद पूर्णिमा के दिन आश्रम में ही हुई थी। दोनों के बीच बातों का सिलसिला बढ़ा और तीन माह पहले ही उन्होंने शादी के बंधन में बंधने का फैसला कर लिया। दोनों जबलपुर के ही रहने वाले हैं।
ये हुए आयोजन
– सुबह साढ़े छह बजे प्रभातफेरी निकाली गई, जिसमें ओशो प्रेमियों ने भजन कीर्तन प्रस्तुत कर ओशो की भक्ति की।
– सुबह आठ बजे मेडिटेशन रखा गया।
– सुबह 11. 30 बजे से ओपन मेडिटेशन हुआ, जिसका आयोजन ग्राउंड परिसर में किया गया।
– दोपहर 2 बजे केक कटिंग सेरिमनी हुई।
– शाम 5 बजे फिर से ओशो के जन्म दिवस का सेलिब्रेशन किया गया।
– शाम 7 बजे इवनिंग सत्संग का आयोजन हुआ।