ये है पूरा मामला
एमपीईबी की लापरवाही से किसान के नपुंसक होने की घटना छतरपुर जिले की है। छतरपुर के बक्सवाह में रहने वाला 21 साल का किसान 1 नवंबर को अपने खेत पर पानी देने के लिए गया था इसी दौरान बिजली का टूटे तार की चपेट में आने से किसान बुरी तरह से झुलस गया। बताया गया है कि किसान युवक करीब आधे घंटे तक बिजली के तार से चिपका रहा जिसके कारण उसका प्राइवेट पार्ट पूरी तरह से जल गया और शरीर का दूसरा हिस्सा भी बुरी तरह से जल गया, उसकी किडनी भी डैमेज हुई है। पास से गुजर रहे गांव के ही दो युवकों की नजर जब बिजली के तार से चिपके पड़े युवक पर पड़ी तो उन्होंने युवक को बिजली के तार से दूर कर उसकी जान बचाई थी।
भगवान के सामने माथा टेकने झुका युवक फिर नहीं उठा, पुजारी ने हिलाया तो निकल चुके थे प्राण
जबलपुर में चल रहा इलाज
बिजली के तार से झुलसे किसान को ग्रामीण गंभीर हालत में दमोह लेकर पहुंचे थे जहां से उसे जबलपुर के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अब यहां किसान जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। हैरानी की बात तो ये है कि किसान बीते एक महीने से अस्पताल में भर्ती है और उसकी जिंदगी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद एमपीईबी के किसी अधिकारी या जिम्मेदार ने उसकी सुध तक नहीं ली है। पीड़ित युवक के पिता खेती के साथ ही मजदूरी करते हैं। परिवार में पिता, मां, एक छोटा भाई और एक छोटी बहन है। जिनकी जिम्मेदारी पीड़ित के पिता और पीड़ित पर थी।