तैयारियों में ही दिख रहा दुर्गा उत्सव समिति सदस्यों का उत्साह, कर रहे तरह-तरह के जतन
स्वर्ण-रजत के बेशकीमती जेवरों से होगा जगत जननी का शृंगार
देवी मां को चांदी के मुकुट अर्पित होंगे, चांदी का छत्र चढ़ेगा। जगदम्बा के गले में स्वर्णनिर्मित हार, कानों में बालियां-झुमके व माथे पर सोने की ही बेंदी सजाई जाएगी। मातारानी की प्रतिमा के लिए सदर में चांदी का सिंहासन भी बनाया है।
काली दुर्गा उत्सव समिति सदर बाजार में माता के लिए चांदी का सिंहासन व मंडप बना है। हर साल प्रतिमा को इसी सिंहासन में स्थापित किया जाता है। समिति के सागर ने बताया कि यह सिंहासन और मंडप करीब 40 किग्रा चांदी से बना है। यहां देवी प्रतिमा को रजत छत्र, मुकुट, त्रिशूल, चक्र से भी सजाया जाएगा। चांदी के आभूषण लगभग 7 किग्रा के होंगे। सोने के बने नेकलेस, कंगन, चूड़ियां, झुमके व बेंदी से शृंगार होगा। चांदी का कमरबंद होगा।
यहां भी आभूषण
राइट टाउन में 2.5 किलो चांदी का मुकुट
राइट टाउन स्थित प्रेममंदिर की महाकाली समिति इस बार महाकाली को 2.5 किग्रा चांदी का मुकुट सजाया जाएगा।इसके अलावा मूर्ति के श्रंगार के लिए करीब 5 किग्रा चांदी के जेवर उपयोग में लाए जाएंगे। पंचमी को यह मुकुट अर्पित होगा। माता का स्वर्ण आभूषणों से शृंगार किया जाएगा। स्थापना के लिए भी रजत निर्मित आसन बनाया गया है।
गुलौआ चौक में सोने के जेवरों से शृंगार
रानी दुर्गावती मित्र मंडल गुलौआ चौक में इस बार माता की प्रतिमा का स्वर्ण आभूषणों से शृंगार होगा। समिति के संजय राठौर ने बताया कि देवी प्रतिमा को सोने के हार, कर्णफूल, अंगूठी, बेंदी, कंगन पहनाए जाएंगे। प्रतिमा पर चांदी का मुकुट और छत्र भी होगा। उन्होंने बताया कि देवी की प्रतिमा को चांदी के करधन, बाजूबंद, पायजेब आदि गहनों से सजाया जाएगा।
संजीवनी नगर में 5 किलो चांदी से शृंगार
शारदा दुर्गा उत्सव समिति संजीवनी नगर में मातारानी की मूर्ति का लगभग 5 किलो चांदी के आभूषणों से शृंगार होगा। इनमें चांदी का छत्र, मुकुट, कमरबंद, बाजूबंद, पायलें शामिल होंगी। समिति के गुड्डा दास ने बताया कि करीब 5 तोला सोने के जेवर से माता को सजाया जाएगा।