जिसमें बताया गया कि नर्मदा भक्तों सहित अन्य लोगों द्वारा जाने अनजाने में नर्मदा को प्रदूषित किया जा रहा है। लोगों को चेतना होगा और मां नर्मदा को प्रदूषण से बचाने के लिए भी प्रेरित किया गया। शैली धोपे ने बताया कि उनकी प्रस्तुति के बाद लोगों ने एक बार और एक बार और के लिए प्रस्तुति की बात कही लेकिन समय अभाव के चलते नहीं हो सका। नर्मदा अष्टक की प्रस्तुति पिछले 15 दिन की तैयारी की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में नर्मदा भक्त मौजूद थे।