पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरतार किया
एक दिन की कोर्ट से रिमांड, आमने-सामने बैठाकर होगी पूछताछ बयान बदलकर कर रहा था गुमराह
पुलिस ने आरोपी पति शुभम चौधरी को रविवार को ही गिरतार कर लिया था। ततीश में सिर को चकरा देने वाले खुलासे हुए। एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि रेशमा चौधरी (28) की हत्या कृषि उपज मंडी के समीप श्मशान घाट के पास नहीं, बल्कि रांझी क्षेत्र में हुई थी। उसका पति शुभम शातिर अपराधी के अंदाज में बयान बदलकर पुलिस को गुमराह कर रहा था। अब जो कहानी सामने आई है, उसके अनुसार शुभम ने पत्नी की हत्या के लिए 60 हजार रुपए में भाड़े के बदमाश बुलाए थे। इनमें उसका एक रिश्तेदार शिब्बू भी शामिल था। 20 हजार रुपए एडवांस में देकर बाकी 40 हजार रुपए बाद में देने का वादा करके शिब्बू के साथ ही बजरंगनगर रांझी निवासी प्रहलाद गौड और अनुराग कुशवाहा को बुलाया था।
आरोपी शुभम ने कृषि उपज मंडी के समीप श्मशानघाट के सामने हमले की कहानी गढ़ी थी। लेकिन सामने आया कि वह वहां गया ही नहीं था। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि रांझी तरफ वह निकल गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रेशमा की मौत की पुष्टि के लिए शहर में 20 किलोमीटर तक शव जीप में ही रखकर घूमते रहे। जब इत्मीनान हो गया तो इसे हमले का रूप देने के लिए चारों विजयनगर के सुनसान इलाके में रुके और जीप के शीशे तोड़ते हुए शुभम को भी घायल कर शिब्बू और उसके दो साथी निकल गए। फिर शुभम ने हमले की कहानी गढ़कर ससुराल गया और फिर रेशमा को लेकर मेडिकल अस्पताल पहुंचा।
पत्नी की हत्या का षड्यंत्र शुभम 6 माह से रच रहा था। प्लान के मुताबिक वह जीप लेकर रांझी मोहनिया स्थित झुरझुरू नाले के पास शिब्बू और प्रहलाद व अनुराग मिले। यह तीनों जीप में सवार हुए तो रेशमा ने फिर से उनके बारे में बात की, इसी बीच कुछ दूर जाकर सुनसान इलाके में जीप को रोका तभी शुभम और उसके भाड़े के बदमाश रेशमा पर टूट पड़े, शोर नहीं मचा सके, इसलिए मुंह दबाया। इसी बीच आरोपियों ने पल्लू से गला दबाकर हत्या कर दी। वहां से रिछाई, करोंदा नाला होकर खजरी खिरिया बायपास से अमखेरा और विजयनगर की ओर आए।
पुलिस ने बताया कि शादी और बच्चे के बाद भी शुभम एक लडक़ी से रिश्ते में था। इसका रेशमा को पता चला तो विरोध किया। इसी बीच गर्भवती हो गई पर विवाद कम नहीं हुआ। बताया गया है कि एक माह पहले उस लड़की की शादी हुई थी, तब शुभम ने खूब पैसा खर्च किया था। लडक़ी की शादी के बाद भी उसका सपर्क बना हुआ था। रेशमा ने जब परिवारवालों को इस बात की जानकारी देने की धमकी दी तो हत्या का प्लान बनाया। रेशमा को आठ माह का गर्भ था इसपर भी उसे रहम नहीं आया और सुपारी देकर हत्या करा दी।