लाखोंं विद्यार्थियों के भविष्य का सवाल
एमपीपीएससी 2018 परीक्षा में कथित गड़बड़ी को लेकर कुछ परीक्षार्थियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। तीन छात्रों ने इस संबंध में कोर्ट में अर्जी दी थी। इन तीनों छात्रों का आरोप था कि परीक्षा की मॉडल आंसर शीट में गड़बड़ी की गई है। तीन छात्रों द्वारा दायर इस याचिका पर पिछली बार सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने परीक्षा परिणामों पर तत्काल रोक लगाने का आदेश जारी किया था। शुक्रवार को जब इस याचिका पर पुन: सुनवाई हुई तो दोनो पक्षों ने फिर से अपनी-अपनी दलीलें प्रस्तुत कीें। कोर्ट ने सरकारी पक्ष को भी सुना और फिर अपना फैसला सुनाते हुए परीक्षा परिणामों पर लगी रोक हटा दी। हाईकोर्ट की बैंच ने साफ शब्दों में कहा कि इस परीक्षा में प्रदेश के लाखों विद्यार्थी सम्मिलित हुए हैं। इन सभी का भविष्य इस अहम परीक्षा से जुड़ा हुआ है। कोर्ट ने कहा कि तीन छात्रों के लिए इस परीक्षा में शामिल होनेवाले 2 लाख 34 हज़ार छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है।
याचिका के अधीन रखे जाएंगे परीक्षा परिणाम
हालांकि कोर्ट ने याचिका दायर करनेवाले छात्रों को भी आश्वस्त किया। कोर्ट ने कहा कि एमपीपीएससी 2018 परीक्षा परिणामों पर लगी रोक हटाई जरूर जा रही है पर परीक्षा परिणाम इस याचिका के अधीन ही रखे जाएंगे । साथ ही हाईकोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 19 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है।