जबलपुर में कर्मचारियों ने ओपीएस OPS के समर्थन और एनपीएस NPS के विरोध में पैदल मार्च निकाला। इस मार्च में बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी शामिल हुए। गोल बाजार से शुरु हुआ मार्च घंटाघर तक निकाला गया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कहा कि हमें यूपीएस UPS और एनपीएस NPS का झुनझुना पकड़ाया जा रहा है। कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाल न होने तक आंदोलन जारी रहने की भी चेतावनी दी।
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मार्च में शामिल सभी कर्मचारियों अधिकारियों ने एक स्वर से पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग की। कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा कि जो ओपीएस OPS पीएम PM, राष्ट्रपति और केंद्रीय सरकारी कर्मचरियों को मिल रहा है, वही हमें भी चाहिए। जब तक हमारी यह मांग पूरी न हो जाए, आंदोलन जारी रहेगा। इसके लिए अब दिल्ली में भी शंखनाद किया जाएगा।
मार्च में शामिल सभी कर्मचारियों अधिकारियों ने एक स्वर से पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग की। कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा कि जो ओपीएस OPS पीएम PM, राष्ट्रपति और केंद्रीय सरकारी कर्मचरियों को मिल रहा है, वही हमें भी चाहिए। जब तक हमारी यह मांग पूरी न हो जाए, आंदोलन जारी रहेगा। इसके लिए अब दिल्ली में भी शंखनाद किया जाएगा।
गौरतलब है कि 24 अगस्त को राष्ट्रीय परिषद JCM सदस्यों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग के बाद एनपीएस NPS के स्थान पर यूनीफाइड पेंशन स्कीम यानि यूपीएस UPS की घोषणा की गई थी। केंद्र और राज्यों के सरकारी कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। सभी कर्मचारी राष्ट्रीय पेंशन बहाली आंदोलन के अंतर्गत देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि पुरानी पेंशन योजना हमारा संवैधानिक अधिकार है, जो भारत सरकार पेंशन अधिनियम 1972 के अंतर्गत प्रदान की गई थी।