बता दें कि प्रदेश के वित्तमंत्री रह चुके तरुण भनोत वर्तमान में जबलपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हैं। उन्होंने पीएम को भेजे पत्र में जबलपुर को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में विकसित करने की मांग की है। उन्होंने सात साल पहले इंदौर में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट का स्मरण भी कराया है, जिसके तहत जबलपुर व ग्वालियर को उनके द्वारा डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के रूप में विकसित करने का आश्वासन दिया गया था। कांग्रेस विधायक ने पत्र के माध्यम से कहा है कि आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के बाद नए रूप में समानांतर संसाधन को खड़ा किया जा सकता है। इससे शहर को आर्थिक तौर पर मजबूती भी मिलेगी।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में पूर्व वित्तमंत्री ने बताया है कि जबलपुर में रक्षा मंत्रालय की पांच बड़ी इकाईयां हैं, जो देश की आजादी के पूर्व स्थापति की गई थीं। केंद्र सरकार ने इन निर्माणियों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के नाम पर पूरी व्यवस्था ही बदल दी। जबलपुर की पांच सहित देश की 41 निर्माणियों के निगमीकरण के बाद इन निर्माणियों में कार्यरत हजारों कर्मचारियों का जीवन अनिश्चितता के भंवर में है। ऐसे में अगर जबलपुर को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में विकसित किया जाए तो जबलपुर के युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिल सकेगा। साथ ही रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में कंपोनेंट्स बनाने वाले क्षेत्रीय उद्योगों को अधिक से अधिक अवसर भी मिलेंगे। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ जाएंगे।