जबलपुर (jabalpur) के परसवाड़ा में रहने वाली जानकी बाई ने बरसों पहले दो कमरे का पक्का घर बनाया। जीवन भर की पूंजी लगाई, आस थी कि आगे जीवन सुखद होगा, लेकिन वर्षों बाद भी बारिश में उनका आराम व सुकून छिन जाता है।
घर में दो फीट तक पानी भरा हुआ है। उसको निकालने की शक्ति उनके बूढ़े शरीर में नहीं। बेटा-बहू बाहर हैं। ऐसे में टुल्लु पंप के इंतजाम में आस-पड़ोस में गुहार लगाती रही। वो कहती है… ए बार हालत खराब है। निगम वालों ने सीवर के नाम पर सबरी कॉलोनी खोद डारी। अब बारिश भई तो सब गायब हैं। हर बारिश में सडक़ तालाब बन जात है। पलंग में दुई ठौल ईंटा लगाए के सोने पड़त हैं। उनके जैसी कहानी शहर के कई मोहल्लों और घरों के निवासियों की है। शहर में दो दिन से हो रही झमाझम बारिश से नाले-नाली उफना रहे हैं। मुख्य मार्गों से लेकर कालोनियों की सडक़ों का नजारा तालाब जैसा है।
हर बारिश जई कहानी, सडक़ें भईं तालाब, शहर पानी-पानी…
नर्मदा तट पर दुकान डूबीं
सीजन में पहली बार नर्मदा तटों का जल स्तर बढऩे से तटवर्ती दुकानें डूब गईं। दुकानदार और पुरोहितों को भी नुकसान हुआ। विशेषकर गौरीघाट में तटवर्ती दुकानदारों को इस तेजी से जल स्तर बढऩे का अनुमान नहीं था। इसके कारण दुकानों को खाली नहीं किया था। कई पुरोहितों के तखत, टेबल भी बह गए। तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट, धुआंधार व पंचवटीघाट समेत अन्य तटों पर भी जल स्तर बढ़ गया है। लगातार बारिश को देखते हुए नर्मदा तटों के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
दूसरे दिन लगी झड़ी, तीन दिन तक अच्छी बारिश के आसार
वर्षा के मजबूत सिस्टम बने हुए हैं। इसलिए मानसून ने जोर पकड़ लिया है। मंगलवार को सावन माह के दूसरे दिन ही बारिश की झड़ी लगी। सोमवार रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश मंगलवार को पूरे दिन जारी रही। चौबीस घंटे के दौरान जबलपुर में तीन इंच वर्षा दर्ज हुई। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल तीन दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने का अनुमान है। 26 जुलाई से वर्षा का सिस्टम कमजोर होने की संभावना है। इसके बाद ही भारी बारिश से राहत की उम्मीद की जा सकती है। बुधवार को भी गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं।
वर्षा का आंकड़ा 19 इंच के पार
मंगलवार को दिन में हुई रिमझिम बारिश से तापमान में कमी दर्ज की गई। बीते 24 घंटे में जिले में 3 इंच वर्षा दर्ज हुई। इस सीजन में बारिश का 19.47 इंच पहुंच गया। गत वर्ष आज के दिन तक कुल 20.65 इंच बारिश हुई थी। मंगलवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 26.3 व 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
बरगी डैम के गेट खुले बिना डूबा धुआंधार
बरगी डैम (bargi dam) अभी सात मीटर खाली है। अभी तक एक भी गेट नहीं खोला गया है। इसके बावजूद नर्मदा तटों का जलस्तर कई गुना बढ़ जाना हैरान कर रहा है। गौरीघाट व तिलवाराघाट में पानी काफी ऊपर तक आ गया, धुआंधार भी डूब गया। लम्हेटा छोर का भेड़ाघाट का पुल डूब गया। धुआंधार पहुंच मार्ग पर दुकान लगाने वाले शिल्पियों की दुकान में रखा सामान बह गया।
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