जबलपुर

जबलपुर में बनेगा मॉडल रैन बसेरा, मिलेंगी कई तरह की होंगी सुविधाएं

जबलपुर में बनेगा मॉडल रैन बसेरा, मिलेंगी कई तरह की होंगी सुविधाएं

जबलपुरJul 13, 2024 / 12:31 pm

Lalit kostha

जबलपुर. शहर में पहले से मौजूद रैन बसेरे के साथ 100 बिस्तर का मॉडल रैन बसेरा बनाया जाएगा। इससे श्रमिकों को फायदा मिलेगा। जिले में असंगठित क्षेत्र में 4 लाख 80 हजार श्रमिक हैं। इनमें 66 हजार भवन निर्माण से जुडे़ हैं। इसका फायदा इनमें से उन श्रमिकों को मिलेगा, जो शहर में ही ठहर जाते हैँ। लेकिन, रात काटने के लिए उनके पास कोई इंतजाम नहीं होता। इसके लिए 25 हजार वर्गफीट जमीन तलाशी जाएगी।
सर्व सुविधाओं से होगा युक्त
इस रैन बसेरा में कई प्रकार सुविधाएं होंगी। बेहतर शौचालय, पीने और निस्तार के लिए पानी के साथ आरामदायक पलंग के अलावा साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के हिसाब से कमरों का निर्माण किया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग ने लिखा पत्र

लोक निर्माण विभाग की ओर से सहायक श्रम आयुक्त को इस सबंध में पत्र भी लिखा गया है। इसमें उल्लेख किया गया है कि संगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए निगम मुयालय विश्राम शाला यानि रैन बसेरा का निर्माण किया जाना है। इसके लिए जगह की उपलब्धता पहली शर्त है। इसलिए नगर निगम के साथ ही जिला प्रशासन से इसके लिए जगह मांगी गई है।
पहले से बने रैन बसेरा भगवान भरोसे

अभी नगर निगम एरिया में 8 से 10 जगहों पर रैन बसेरा का संचालन किया जा रहा है। लेकिन, उनमें सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं होता। यहां तक कि रजिस्टर तक नही रखा जाता है कि कौन आ रहा है कौन जा रहा है? साफ-सफाई व्यवस्था पर हमेशा सवाल उठाए जाते हैं। दूसरी सुविधाएं भी कम रहती है। जिस हिसाब से श्रमिक , ऑटो रिक्शा और साइकिल रिक्शा वालों की संया है, उनके अनुरूप रैन बसेरा की संया नहीं हैं। रैन बसेरों की बदहाली हमेशा चर्चा में रहती है। लेकिन, निगम के जिमेदारों के पास कोई जवाब नहीं होता। लोगों का कहना है कि रैन बसेरे बनाकर जिमेदार उन्हें भूल जाते हैं। ज्यादातर में कुछ खास लोगेां को जमावड़ा रहता है। कुछ लोग तो वहां लबे समय तक डेरा ही जमा लेते हैं। जबकि, जरूरतमंदों को जगह नहीं मिल पाती।

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