माघ में पड़ेंगे ये व्रत-पर्व
26 जनवरी को माघ मास प्रारंभ होगा। 29 को सकट चौथ, संकष्टी चतुर्थी रहेगी। इसके बाद छह फरवरी को षटतिला एकादशी व्रत रहेगा। सात को प्रदोष व्रत, आठ को मेरु त्रयोदशी, मासिक शिवरात्रि, नौ को मौनी अमावस्या, माघ अमावस्या, दस को माघ गुप्त नवरात्र आरंभ होगी, 13 को गणेश जयंती, विनायक चतुर्थी, 14 को बसंत पंचमी, 16 को रथ सप्तमी, भीष्म अष्टमी, नर्मदा जयंती, 17 को मासिक दुर्गाष्टमी, 20 को जया एकादशी, 21 को प्रदोष व्रत और 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा, गुरु संत रविदास जयंती रहेगी।
माघ मास का महत्व
माघ का महीना आध्यात्मिक विधियों के लिए कल्याणकारी माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मघा नक्षत्र से युक्त होने की वजह से इसका नाम माघ पड़ा। इस दौरान कई भक्त देवताओं से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखते हैं। विशेष प्रार्थना, अनुष्ठान करते हैं। मान्यता है कि इस महीने पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा इस अवधि के दौरान पवित्र नदियों के तट पर कल्पवास करने की परम्परा भी है। माघ माह के दौरान अन्न, वस्त्र, तिल, गुड़, कंबल, घी, गीता, गेहूं, सोना आदि का दान करना शुभ माना जाता है। इस माह देर तक सोना वर्जित माना गया है। इस महीने का सीधा संबंध श्रीकृष्ण के माधव स्वरूप से भी है, जिसके चलते मधुराष्टक का पाठ फलदायी माना गया है। गीता का पाठ व तिल का उपयोग करना शुभ माना जाता है।