पढ़े-लिखे दम्पतियों में टकराव कम
परिवार परामर्श केन्द्र के आंकड़ों के अनुसार अधिक शिक्षित दम्पतियों में टकराव और विवाद के हालात कम बनते हैं। वर्ष २०१७ में टकराव की शिकायत करने वाले १८ प्रतिशत दम्पती निरक्षर थे। २७ प्रतिशत शिकायतकर्ता प्राथमिक स्तर, २० प्रतिशत शिकायतकर्ता १२वीं और ५-५ प्रतिशत शिकायतकर्ता स्नातक या स्नात्कोत्तर तक शिक्षित थे।
55 फीसदी मामलों में पत्नी
परिवार परामर्श केन्द्र में पहुंची शिकायतों में से 55 प्रतिशत में महिला ने पति व ससुराल वालों की शिकायत की। जबकि 42 प्रतिशत शिकायतें पत्नी से परेशान पतियों की रहीं। 3 प्रतिशत मामलों में सास द्वारा शिकायतें की गईं। इनमें ५७ प्रतिशत मामलों में समझौता हुआ, जबकि २२ प्रतिशत मामले न्यायालय पहुंचे।
पति द्वारा – 1106
पत्नी द्वारा- 1449
सास द्वारा- 80
समझौता हुआ- 1236
अलगाव हुआ- 281 आर्थिक कमजोर परिवारों में विवाद ज्यादा
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में पति-पत्नी के बीच विवाद के मामले ज्यादा सामने आते हैं। आंकड़ों के अनुसार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के ७४.१५ प्रतिशत मामले पहुंचे। मध्यम वर्ग द्वारा की गई शिकायतों का आंकड़ा २२.९६ रहा।
आय वर्ग शिकायकर्ता
उच्च- 76
मध्यम- 605
कमजोर- 1945