जबलपुर। शहर के बहुचर्चित हाईप्रोफाइल आरोही हत्याकांड का फैसला आखिरकार आ ही गया। जिला अदालत ने हत्या की आरोपी मां रितू आहूजा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। फैसले के वक्त लोगों की निगाहें घर के टीवी से लेकर कोर्ट बाहर तक टिकीं रहीं। द्वितीय अपर जिला सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव की अदालत ने मामले में आरोपी मां रितू आहूजा को दोषी करार देते हुए फैसला सुनाया। आरोपी पर 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। आइए जानते हैं हत्याकांड में रितू द्वारा रची गई कहानी के मुख्य पहलू… -7 सितंबर को 2014 को जेक्सन कंपाउंड निवासी सुशील आहूजा की 6 माह की बेटी आरोही रहस्यमयी तरीके से लापता हो गई थी। -आरोपी मां रितू आहूजा ने मामले में कहा कि वह नहाने गई थी तब आरोही पलंग पर बैठी थी। जब लौटी तो वह गायब हो चुकी थी। -पुलिस ने प्रारंभ में इसे अपहरण, फिरौती का मामला समझकर तफ्तीश शुरू की थी। लेकिन बाद में मामला कुछ और ही निकला। -घटना के पहले दिन से ही लापता बच्ची की मां रितु के बयान संदेहास्पद नजर आ रहे थे, जिससे यह सनसनीखेज मामला उलझता चला गया। -घटना के 10 वें दिन सुबह पुलिस ने रितु को अभिरक्षा में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की। करीब एक घंटे चली पूछताछ में रितु ने पूरी घटना का सच उगल दिया था। -16 सितंबर 2014 को रितू आहूजा को हिरासत में ले लिया गया था। जिसके बाद दो बार उसकी जमानत अर्जी खारिज हो चुकी थी। -रितू आहूजा शादी नही करना चाहती थी। परिवार के दबाव में उसकी शादी कर दी गई। उसने पुलिस से कहा था, वह बेटी की वजह से बेटे की परवरिश ठीक से नही कर पा रही थी। जिसकी वजह से ऐसा कदम उठाया। घटना की कहानी और अधिक विस्तार से पढऩे के लिए यहां क्लिक करें- बेदर्द मां ने ‘जिंदा बेटी’ को नाले में फेंका, घरवालों ने पूछा तो बोला ये झूठ