मेडिकल कॉलेज के फारेंसिक विभाग अध्यक्ष डॉ विवेक श्रीवास्तव ने शुक्रवार की सुबह करीब पौने नौ बजे शव का पोस्टमार्टम किया। उन्होंने बताया कि कनपटी पर लगी गोली मस्तिष्क की हड्डी को तोड़ते हुए उसी टूटी हड्डी में फंस गई थी जिसकी वजह से वह दूसरी तरफ से बाहर नहीं निकल पाई।
ये भी पढें- heart breaking: विभु जिसने दोस्त की खातिर छोड़ दी दुनिया, शवयात्रा में शामिल हुए अपनों ने सजल नेत्रों से दी अंतिम विदायी पोस्टमार्टम के दौरान मेडिकल कालेज अस्पताल में बड़ी तादाद में संजय यादव व विभु को जानने वालों की भीड़ जुट गई। हर कोई चकित था कि मासूम किशोर ऐसा कैसे कर सकता है। लोग विभु के उस दोस्त की चर्चा करते भी सुने गए जिसकी खातिर उसने ऐसा हृदय विदारक कदम उठाया। आश्चर्य तो इस बात का भी रहा कि मां-पिता, दोस्त जैसे बड़े भाई से कहीं ज्यादा वो दोस्त ही रहा जिसकी खातिर उसने अपनी जान दे दी।
ये भी पढें- कांग्रेस विधायक के बेटे ने खुद को गोली मार कर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा… “गोली मस्तिष्क के भीतर टूटी हुई हड्डी में फंसी मिली। पोस्टमार्टम के दौरान गोली को बाहर निकाला गया।”- डॉ विवेक श्रीवास्तव, फारेंसिक विभागाध्यक्ष नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल