जबलपुर रेल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा वाशेबल एप्रन बनाने का काम किया जा रहा है, लेकिन विभाग ने जिस ठेकेदार को इसका काम दिया है, उसने ट्रैक की बजाए प्लेटफार्म पर ट्रैक्टर दौड़ा दिया। ये बात न तो यात्रियों को समझ आई और न ही रेलवे के अधिकारियों को। हालांकि, प्लेटफार्म पर ट्रैक्टर चलता देख इसे रोकने के लिए स्टेशन प्रबंधन से जुड़ा कोई अधिकारी, कर्मचारी मौके पर नहीं था।
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यात्रियों की सुरक्षा ताक पर
जबलपुर मंडल ने त्यौहार सीजन पर यात्रियों की परेशानी को समझने की बजाए दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का रद कर बढ़ा दिया है, जिससे हजारों यात्रियों का गंतव्य तक पहुंचने का सफर मुश्किल में पड़ गया है। यहां डेली अपडाउन करने वाले लोग भी रेलवे के इस निर्णय से पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं। वे भी अब निजी वाहन या सड़क के रास्ते ड्यूटी जाएंगे।प्लेटफार्म पर टैक्टर और ट्रैक पर जेसीबी ने बढ़ाई मुश्किल
प्लेटफार्म दो पर वाशेबल एप्रन का काम शुरू हो गया। भीड़भाड़ से भरे प्लेटफार्म पर टैक्टर और ट्रैक पर जेसीबी ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी। रात के समय भारी वाहनों की प्लेटफार्म पर आवाजाही जारी थी। रेलवे के ठेकेदार ने लापरवाही करते हुए ट्रैक्टर को प्लेटफार्म पर चला दिया। इस दौरान प्लेटफार्म पर आने-जाने वाले यात्री परेशान होते नजर आए।यात्रियों में बढ़ी रेलवे से नाराजगी
यात्रियों ने खास विरोध इस बात का किया कि, जब त्यौहारी सीजन में लोगों की आवाजाही अधिक रहती है तो रेलवे को या तो ये काम पहले पूरा करा लेना था या फिर कुछ दिन का होल्ड करके करवाना था। अब इस भीड़भाड़े के बीच जेसीबी और ट्रैक्टर लोगों की परेशानी का सबब बन रहे हैं और खास बात ये है कि परेशान होते यात्रियों को मार्ग बताने या संबंधित चीजों के मैनेज करने के लिए यहां कोई जिम्मेदार तक दिखाई नहीं दे रहा है।ठीकठाक हालत में है मौजूदा वाशेबल एप्रन, फिर भी
जबकि प्लेटफार्म के ट्रैक पर बने मौजूदा वाशेबल एप्रन की गुणवत्ता खराब नहीं है, फिर भी उसे उखाड़कर करोड़ों खर्च करने के लिए भीड़भाड़ में काम शुरू कर दिया। इस दौरान कोई दुर्घटना होगी तो इसका जिम्मेदारी कौन होगा?मुख्य रेलवे स्टेशन के हालात
-ट्रेनें रद्द होने से यात्री लंबी कतार लगाकर खड़े हैं, पर उन्हें कोई सही जानकारी देने वाला नहीं है।-यात्रियों का ट्रेन में आरक्षण रद्द किया गया है, कई यात्रियों को जनरल टिकट लेकर यात्रा करनी पड़ रही है।
-प्लेटफार्म पर आने-जाने वाले यात्रियों की न जांच हो रही और न ही आने जाने वाले किसी शख्स से पूछताछ हो रही।
-छोड़ने वालों से पूछताछ तक नहीं पूछी जा रही। हर तरह के लगेज की आवाजाही भी जारी है।
-प्लेटफार्म पर वैध और अवैध वेंडर, दोनों घूम रहे हैं। उन्हें रोकने टोकने या मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं।