जबलपुर

टमैंगो, ब्लेक मैंगो, जम्बो रेड और यूएस सेंसेशन की हो रही मांग

प्रभाकर मिश्रा@जबलपुर. आम के बागों में बहार आ गई है। नर्मदा वैली के आम के बगीचों में पेड़ फलों से लद गए हैं। चरगवां, न्यू भेड़ाघाट, शहपुरा, बरगी, पाटन, कुंडम समेत कई अन्य जगह के बागों में 20 से ज्यादा किस्म के आम तैयार हो रहे हैं। इनमें विदेशी प्रजाति के टमैंगो, ब्लेक मैंगो, जम्बो रेड और यूएस सेंसेशन की सबसे ज्यादा मांग हो रही है।

जबलपुरMay 07, 2022 / 10:11 pm

Prabhakar Mishra

Mango

हालांकि पेड़ में पकने वाले आमों की सबसे ज्यादा मांग है जिनको तैयार होने में डेढ़ से दो महीने का समय लगेगा। सूत्रों के अनुसार मुम्बई, दिल्ली, सूरत, बैंगलोर, रायपुर समेत कई शहरों से पेड़ के पके आमों को लेकर बुकिंग के लिए लोगों के कॉल आना शुरू हो गए हैं।
आकर्षित कर रहे हैं आम-

दुनिया में सबसे महंगे बिकने वाले टमैंगो किस्म के आम से लेकर अन्य किस्म के आम लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। तिलवारा से चरगवां मार्ग पर संकल्प सिंह परिहार के बगीचे में 20 से ज्यादा किस्म के आम तैयार हो रहे हैं। इस बार आम की फसल अच्छी है, लेकिन आंधी-तूफान से खतरा बना हुआ है। बगीचों में ये आम हो रहे हैं तैयार- देशी किस्म- मल्लिका, आम्रपाली, हापुस, दशहरी, लंगड़ा, चोंसा, बॉम्बे ग्रीन, बादामी केशर, सफेदा, जरदालू, नीलम। विदेशी किस्म- टोमेगो, मिबाजाटी व बैगनी किस्म के आम जापानी हैं। इसी तरह से विदेशी आम में ब्लैक मेंगो, जम्बो रेड, जम्बो ग्रीन, सेंसेशन किस्म यूएस की व नेपाल का गुलाब केशर किस्म का आम शामिल है।
वर्जन-

नर्मदा वैली में अनुकूल जलवायु के कारण अच्छे आकार के आम का उत्पादन हो रहा है। इसके कारण किसानों को अच्छे दाम भी मिल रहे हैं। यही कारण है कि आम की खेती करने वाले किसानों की संख्या बढ़ी है। -एसके मिश्रा, उद्यानिकी विशेषज्ञ विदेशी और देशी दोनों तरह के लगभग 20 किस्म के आम पेड़ों में तैयार हो रहे हैं। इस बार फसल अच्छी है, लेकिन मौसम की अनिश्चितता और आंधी-तूफान से खतरा बना हुआ है।
संकल्प सिंह परिहार, किसान

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