दरअसल, सिंगरौली निवासी राकेश कुमार साहा खुद को कलेक्टर बताकर जबलपुर एसपी अमित सिंह को मिठाई खिलाने पहुंचा था। साथ में वह यूपीएससी में सिलेक्शन का पूरा पेपर भी लेकर गया था। उसने एसपी को बताया कि मेरा चयन यूपीएससी में हो गया है। लेकिन उन्होंने लड़के से जब कूछ सवाल पूछा तो वह जवाब नहीं दे पाया।
शक हुआ तो कागजात लिए
फर्जी आईएएस एसपी ऑफिस में शर्ट-पैंट पहन टाई लगाकर पहुंचा था। इस दौरान एसपी ने उसके कागजात जांचे तो फर्जी निकले। जबलपुर एसपी अमित सिंह ने कहा कि मुझे फोन आया कि मैं अभिषेक कुमार साहा बोला रहा हूं और सिंगरौली का रहने वाला हूं। आपसे मिलना चाहता हूं, मेरा आईएएस में सिलेक्शन हो गया है। उसके बाद मैंने कहा कि मैं थोड़ी देर में आता हूं।
फर्जी आईएएस एसपी ऑफिस में शर्ट-पैंट पहन टाई लगाकर पहुंचा था। इस दौरान एसपी ने उसके कागजात जांचे तो फर्जी निकले। जबलपुर एसपी अमित सिंह ने कहा कि मुझे फोन आया कि मैं अभिषेक कुमार साहा बोला रहा हूं और सिंगरौली का रहने वाला हूं। आपसे मिलना चाहता हूं, मेरा आईएएस में सिलेक्शन हो गया है। उसके बाद मैंने कहा कि मैं थोड़ी देर में आता हूं।
कागजात लेकर आए
एसपी अमित सिंह ने कहा कि जब आए तो ये आए तो अपने साथ एक सर्टिफिकेट लेकर आए हुए थे, जिसमें कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया का साइन किया हुआ था। टॉपर्स ऑफ यूपीएससी की लिस्ट भी 2018 का लिए हुए था। जिसमें इन्होंने 608 नंबर के राकेश को अपना नाम बताया। उसके बाद कहा कि मेरा सिलेक्शन हो गया। लेकिन हमें पता है कि जो यूपीएससी क्वालिफाई करते हैं उनका पहले फाउंडेशन कोर्स होता है। और वो कोर्स लाल बहादूर शास्त्री एकेडमी में स्टार्ट हो गया है।
एसपी अमित सिंह ने कहा कि जब आए तो ये आए तो अपने साथ एक सर्टिफिकेट लेकर आए हुए थे, जिसमें कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया का साइन किया हुआ था। टॉपर्स ऑफ यूपीएससी की लिस्ट भी 2018 का लिए हुए था। जिसमें इन्होंने 608 नंबर के राकेश को अपना नाम बताया। उसके बाद कहा कि मेरा सिलेक्शन हो गया। लेकिन हमें पता है कि जो यूपीएससी क्वालिफाई करते हैं उनका पहले फाउंडेशन कोर्स होता है। और वो कोर्स लाल बहादूर शास्त्री एकेडमी में स्टार्ट हो गया है।
सवालों का जवाब नहीं दे पाया आईएएस
उसके बाद एसपी अमित सिंह ने कहा कि हमने जो भी सवाल इनसे पूछे ये उसका जवाब नहीं दे पाए। ये न अपने विषय और न अन्य सवालों का जवाब दे पाए। इसलिए मेरा शक बढ़ते गया। जब मोबाइल की चैटिंग चेक की तो इन्होंने आईएएस बनने की कठिन तपस्या के बारे में लिखा है। उसके बाद मैंने कई लोगों से बात की तो ये लोगों बताते हैं कि मैं अपर कलेक्टर बैतूल में पोस्टेड हूं। अगर किसी को नौकरी चाहिए तो हमें बता सकते हैं।
उसके बाद एसपी अमित सिंह ने कहा कि हमने जो भी सवाल इनसे पूछे ये उसका जवाब नहीं दे पाए। ये न अपने विषय और न अन्य सवालों का जवाब दे पाए। इसलिए मेरा शक बढ़ते गया। जब मोबाइल की चैटिंग चेक की तो इन्होंने आईएएस बनने की कठिन तपस्या के बारे में लिखा है। उसके बाद मैंने कई लोगों से बात की तो ये लोगों बताते हैं कि मैं अपर कलेक्टर बैतूल में पोस्टेड हूं। अगर किसी को नौकरी चाहिए तो हमें बता सकते हैं।
जांच की जाएगी
एसपी अमित सिंह ने कहा कि हमें ने पुलिस कस्टडी में लेकर जांच करेंगे। साथ ही पूछताछ करेंगे कि इन्होंने नौकरी दिलाने के नाम पर कितने लोगों से ठगी की है। ये खुद में बड़ा मामला है कि एक नकली कलेक्टर असली एसपी को आकर मिठाई खिला रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि यह कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया का साइन किया हुआ फर्जी प्रपत्र लेकर यहां आया है। एडिशनल एसपी क्राइम भी इनसे पूछताछ करेंगे।
एसपी अमित सिंह ने कहा कि हमें ने पुलिस कस्टडी में लेकर जांच करेंगे। साथ ही पूछताछ करेंगे कि इन्होंने नौकरी दिलाने के नाम पर कितने लोगों से ठगी की है। ये खुद में बड़ा मामला है कि एक नकली कलेक्टर असली एसपी को आकर मिठाई खिला रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि यह कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया का साइन किया हुआ फर्जी प्रपत्र लेकर यहां आया है। एडिशनल एसपी क्राइम भी इनसे पूछताछ करेंगे।
पत्नी भी है कंफ्यूज
जबलपुर एसपी ने कहा कि इनके परिवार वालों से भी बात हुई है। वे बहुत ही सहज हैं। उन्होंने कहा कि अभिषेक उनसे दिल्ली जाने की बात कर घर से निकला था। इनकी वाइफ भी कंफ्यूज है। अभिषेक के दोस्तों से भी बात की तो उनलोगों ने कहा कि ये उन्हें यही बताता था कि यूपीएससी में सिलेक्शन हो गया है।
जबलपुर एसपी ने कहा कि इनके परिवार वालों से भी बात हुई है। वे बहुत ही सहज हैं। उन्होंने कहा कि अभिषेक उनसे दिल्ली जाने की बात कर घर से निकला था। इनकी वाइफ भी कंफ्यूज है। अभिषेक के दोस्तों से भी बात की तो उनलोगों ने कहा कि ये उन्हें यही बताता था कि यूपीएससी में सिलेक्शन हो गया है।