मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तैयारी हाल ही में हुई वीडियो कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री की तरफ से सभी विधानसभाओं के लिए विजन डॉक्यूमेंट 2028 तैयार करने के लिए कहा था। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिले के अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह और नगर निगम कमिश्नर प्रीति यादव नोडल अधिकारी रहेंगी। इसमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अधोसरंचना, कृषि और उद्यानिकी, उद्योग, रोजग़ार, ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, महिला बाल विकास आदि क्षेत्रों को लक्षित करते हुए दस्तावेज तैयार किए जाने हैं। इसमें विधानसभा की मूलभूत जानकारी के साथ जरुरत की बात शामिल रहेेगी। संबंधित विधानसभा के विधायक का सहयोग भी इस काम में प्रशासन की टीम लेगी। वे वर्तमान और भविष्य को लेकर अपना आंकलन देंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों की कई जरूरत ग्रामीण क्षेत्र की विधानसभा बरगी, पनागर, पाटन और सिहोरा की अपनी जरुरतें हैं। बरगी के कई गांवों में पानी की समस्या है। अवैध रेत का उत्खनन रुकवाना। चरगवां रोड का चौड़ीकरण। पनागर में बाजार को व्यविस्थत करना। उद्योगों की स्थापना। नई कॉलोनियों में रहवासियों को सुविधाएं दिलाना। पाटन में नर्मदा जल के लिए प्रयासों में तेजी। मटर एवं सिंघाड़ा के प्रसंस्करण के लिए इकाइयों की स्थापना। सिहोरा में हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करना। रेलवे ओवर ब्रिज, खदानों में अवैध खनन रोकना।
इधर, बिना मास्टर प्लान निर्माण जारी जबलपुर का मास्टर प्लान 2021 में समाप्त हो गया है। चार साल बीतने के बाद अब तक नया प्लान नहीं आ सका। वर्तमान में 2008 के मास्टर प्लान के अनुसार ही अधोसंरचना विकास से जुड़े काम शहरी क्षेत्र में चल रहे हैं। इस पर जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे न ही प्रशासनिक अधिकारी।
जिले की आठों विधानसभाओं का विजन 2028 का डॉक्यूमेंट तैयार किया जाना है। विधायक से चर्चा कर अधोसरंचना, कृषि और उद्यानिकी, उद्योग, रोजगार, ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास आदि क्षेत्रों में कार्ययोजना के आधार पर विजन डॉक्यूमेंट-2028 बनेगा।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर