Jabalpur Jail : सेंट्रल जेल से लापता हुआ कैदी, 15 घंटे बाद परिसर के ही तालाब में छिपा मिला
जेल परिसर, पुरानी जेल, नई जेल में सभी को अलर्ट किया गया। शुक्रवार सुबह 8.30 बजे अजीबोगरीब अंदाज में वह नई जेल के तालाब में छिपा मिला। जेल प्रशासन ने लापरवाही बरतने पर दो प्रहरियों को निलम्बित कर दिया है।
Jabalpur Jail : शहर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल से गुरुवार को रमेश नाम का बंदी लापता हो गया। बंदियों की गिनती होने पर इसका पता चला। रात भर उसकी खोजबीन होती रही। जेल परिसर, पुरानी जेल, नई जेल में सभी को अलर्ट किया गया। शुक्रवार सुबह 8.30 बजे अजीबोगरीब अंदाज में वह नई जेल के तालाब में छिपा मिला। जेल प्रशासन ने लापरवाही बरतने पर दो प्रहरियों को निलम्बित कर दिया है।
Jabalpur Jail : जेल प्रशासन ने दो प्रहरियों को किया निलम्बित
Jabalpur Jail : यह है मामला
सूत्रों के अनुसार बंदी रमेश को जेल में निर्माण आदि के काम की देखरेख करने का जिम्मा सौंपा गया था। वह भोजन बनवाकर उसे बंदियों में बंटवाने का काम देखता था। गुरुवार शाम पांच बजे बंदियों को भोजन का वितरण चल रहा था। उसी दौरान वह लापता हो गया। लॉकअप के दौरान बंदियों की गिनती में रमेश शामिल नहीं था।
Jabalpur Jail : खाना बंटने के समय हुआ फरार
बंदी रमेश ने जेल प्रशासन को बताया कि खाना बंटने के दौरान नजरें बचाकर वह छोटी गोल से गायब हो गया था। वहां से वह जेल अस्पताल गया। वहां ढाई घंटे छिपा रहा। देर रात दीवार फांदकर नई जेल में पहुंच गया। पहले वह सेप्टिक टैंक में छिपा रहा। हल्ला होने पर तालाब के पानी में घुस गया।
Jabalpur Jail : स्नीफर डॉग ने चप्पा-चप्पा छाना
जेल प्रशासन ने आनन-फानन में स्नीफर डॉग को बुलवाकर छोटी गोल, बड़ी गोल सहित आजाद हिंद खंड (नई जेल) में चप्पा-चप्पा छान डाला। लेकिन, रात भर चली सर्चिंग में जेल प्रशासन के हाथ कुछ नहीं आया। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। उसमें पता चला कि वह छोटी गोल में आखिरी समय पॉलीथिन का बैग ले जाते दिखाई दिया है।
Jabalpur Jail : इन्हें किया निलम्बित
जेल प्रशासन के अनुसार जेल में पदस्थ हवलदार विजय गुप्ता और प्रहरी सुरेंद्र तिरकर को निलम्बित कर दिया गया है। जेल की बागडोर गुरुवार को जेलर रूपाली मिश्रा के पास थी। छोटी गोल प्रभारी सह जेलर अंजू मिश्रा थीं।
Jabalpur Jail : दस्तावेज में ओके रिपोर्ट
जेल सूत्रों के अनुसार जेल लॉकअप होने के पहले कच्चे दस्तावेज में बंदियों की संख्या पूरी बताई गई है। दस्तावेज सहायक जेलर अंजू मिश्रा और जेलर रूपाली मिश्रा ने आगे भेज दिए थे। इसमें ड्यूटी पर तैनात हवलदार और सिपाही के हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं। बंदी के गायब होने पर सहायक जेलर और जेलर ने जेल मुखिया से कागज वापस मंगवाए। इसके बाद सही रिपोर्ट भेजी गई।
Jabalpur Jail : कटनी जेल से भागने का किया था प्रयास
जेल प्रशासन के मुताबिक रमेश दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता है। उसने कटनी जेल से भी भागने का प्रयास किया था। सुरक्षा की दृष्टि से इसे कटनी जेल से जबलपुर भेजा गया था।
Jabalpur Jail : अनसुलझे सवाल
जेल में चक्कर अधिकारी, जेलर पर कार्रवाई न करके जिन कर्मचारियों ने सूचना दी, उन्हीं को निलंबित कर दिया। जबकि वे ड्यूटी पर आए ही थे।
जेल परिसर में लगे सैकड़ा भर कैमरों की निगरानी नहीं हो रही है।
दागी बंदी को क्यों दिया देखरेख का काम
कैदी के लापता होने की जांच की जा रही है। दोषी कर्मचारियों को प्रथम दृष्टया निलंबित किया है।
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