सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, पीड़िता 9वीं की छात्रा है। स्कूल जाने के दौरान आरोपी शुभम पीछा कर उसे परेशान करता था। बाद में उसकी दोस्ती हो गई। इसका फायदा उठाकर आरोपियों ने साजिश रची। पेशे से ड्राइवर जितेंद्र उर्फ जित्तू कार लेकर आया। शहर में अंडे की दुकान लगाने वाले शुभम ने डीजल भरवाया और आशीष को बतौर सुरक्षा साथ में लिया। साजिश के तहत तीनों आरोपी शुक्रवार को नाबालिग के घर पहुंचे। शुभम ने उसे कार में घुमाने का झांसा देकर कार में बैठाया। नागपुर-रीवा हाइवे पर चलती कार में गैंगरेप किया। वारदात के बाद उसे घर के पास छोड़कर भाग गए। घर जाकर पीड़िता ने परिजन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
भागने के पहले ही पकड़े गए सोमवार रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि तीनों आरोपी रात डेढ़ बजे कार से फरार होने वाले हैं। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली।