Jabalpur Collector के आदेश से private hospitals में हड़कंप, भोपाल तक मचा हंगामा
बताना होगा कि इस अवधि में जिले में इस एंबुलेंस से कहां-कहां से किस-किस मरीज को कौन-कौन से अस्पताल में पहुंचाया गया। अस्पतालों से भी 45 दिनों की इंडोर पेशेंट की रिपोर्ट मांगी गई है।
Jabalpur Collector : मेडिकल अस्पताल की जगह 108 एंबुलेंस से मरीजों को निजी अस्पताल में भर्ती कराने के मामले में तीन कर्मचारियों की बर्खास्तगी के बाद कलेक्टर ने एंबुलेंस सेवा के स्टेट को-ऑर्डिनेटर से डेढ़ महीने की रिपोर्ट मांगी है। इसमें यह बताना होगा कि इस अवधि में जिले में इस एंबुलेंस से कहां-कहां से किस-किस मरीज को कौन-कौन से अस्पताल में पहुंचाया गया। अस्पतालों से भी 45 दिनों की इंडोर पेशेंट की रिपोर्ट मांगी गई है।
Jabalpur Collector : सिहोरा हादसे के घायलों को निजी अस्पताल ले जाने के बाद सख्ती
Jabalpur Collector : बताना होगा किस मरीज को कौन से अस्पताल में पहुंचाया
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एबुलेंस संचालन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक की। उनका कहना था कि एंबुलेंस चालक की ओर से निर्धारित अस्पताल में मरीज को न पहुंचाकर प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाने से कमीशनखोरी की आशंका है। एंबुलेंस सेवा एक महत्वपूर्ण सेवा है उसमें किसी प्रकार का दाग नहीं लगना चाहिए। जिस अस्पताल के लिए 108 एंबुलेंस से मरीज को रेफर किया जाता है, उसी अस्पताल में जाए।
Jabalpur Collector : 108 एबुलेंस के स्टेट कोऑर्डिनेटर से कलेक्टर ने डेढ़ महीने की रिपोर्ट मांगी, गड़बड़ी पर तत्काल देनी होगी सूचना
कलेक्टर का कहना है कि इस दौरान यदि एबुलेंस चालक किसी अन्य हॉस्पिटल में मरीज को ले जाता है, तो तत्काल इसकी शिकायत करें। उन्होंने कहा सामान्य तौर पर मरीज को शासकीय अस्पताल में ही इलाज के लिए रेफर किया जाता है। उन्होंने स्टेट कोऑर्डिनेटर 108 एबुलेंस से 1 अगस्त से 15 सितंबर तक जिले में एंबुलेंस के माध्यम से अस्पतालों में पहुंचाए गए मरीजों की जानकारी मांगी। उनका कहना है कि इसकी पूरी जानकारी दें, ताकि इसका अध्ययन कर संबंधित पर ठोस कार्रवाई की जा सके।
Jabalpur Collector : तीन कर्मचारियों पर गिरी गाज
गौरतलब है कि सिहोरा-मझगंवा मार्ग पर ग्राम नुंजी के पास कल लोडिंग ऑटो और हाइवा की टक्कर में घायल हुए दो मरीजों को मेडिकल कॉलेज की जगह राइट टाउन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराने पर 108 एबुलेंस सेवा के दो ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सहित तीन कर्मचारियों को कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर सेवा से बर्खास्त किया गया है । इस प्रकरण में 108 एबुलेंस सेवा के जोनल मैनेजर और ऑपरेशन मैनेजर को भी नोटिस जारी किए गए हैं। इसकी भी बैठक में चर्चा हुई।
Jabalpur Collector : प्राइवेट अस्पताल पर कसेगा शिकंजा
कलेक्टर सक्सेना का कहना है कि शासकीय एंबुलेंस सेवा का फायदा उठाकर प्राइवेट हॉस्पिटल वाले अपनी रोटी न सेंके। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की सुनिश्चितता में मरीज के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में अपर कलेक्टर मिशा सिंह, शहरी क्षेत्र के सभी एसडीएम, सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा और स्टेट कोऑर्डिनेटर 108 एंबुलेंस नितिन बाजपेई सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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