60 एकड़ क्षेत्रफल में बने आईटी पार्क में अब स्थितियां तेजी से बदल रही हैं। पहाड़ी क्षेत्र जैसे ही समतल हुआ, वैसे ही निवेशकों ने अपनी इकाइयों का निर्माण कार्य तेज कर दिया है। जिन्होंने सिर्फ नाम के लिए भूमि आवंटित कराई थी, उन्हें नोटिस देने का काम भी मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कारपोरेशन (एमपीएसईडीसी) तेज कर दिया है। ऐसे में अब निवेशक भी सतर्क हो गए हैं। एक बड़ा परिवर्तन यह आया है कि आइटी पार्क एवं मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में डेवलपमेंट जिस गति के साथ तेज हुआ है उसे देखकर आम लोगों के साथ बिल्डर्स एवं कारोबारियों ने अपनी इकाइयां स्थापित करनी शुरू कर दी हैं। जो रुके प्रोजेक्ट थे उन्हें भी गति दी जा रही है।
यह है स्थिति – 63 एकड़ क्षेत्रफल में बना है आइटी पार्क एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर। – 85 निवेशकों को आइटी पार्क में इकाइयों के लिए भूमि का हो चुका है आवंटन।
– 02 इकाइयों में शुरू हो चुका है उत्पादन। 20 ने शुरू किया स्थापना संबंधी काम।
– 30 करोड़ का हुआ है कंपनियों का निवेश, ढाई हजार युवाओं को रोजगार। दो कंपनियों में शुरू हुआ उत्पादन
टेक्नोपार्क में पेटीएम, आइडिया सहित आइटी से जुड़ी करीब देश एवं शहर की 15 कंपनियां अपना कारोबार कर रही हैं। इसमें बीपीओ से लेकर साफ्टवेयर तैयार करने वाली कंपनियां हैं। इनमें अभी ढाई हजार से ज्यादा युवक एवं युवतियां कार्य कर रही हैं। इसलिए यह लोग आसपास के इलाकों में रहते हैं। इसलिए किराए के घरों की पूछपरख बढ़ गई है। यही नहीं आसपास छोटे एवं बड़े होटल का काम भी तेज हुआ है। जो जगह खाली थी, वहां निर्माण तेज हो गया है ।
पीके दीक्षित, प्रोजेक्ट इंचार्ज, आइटी पाक