रेलवे ने ट्रेन में महिला यात्रियों की सहायता के लिए मेरी सहेली अभियान प्रारम्भ किया
महिला यात्री 139 पर करेंगी डायल तो ‘सहेली’ करेंगी मदद
दक्षिण रेल ने महिला यात्रियों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत मेरी सहेली अभियान चलाया। इसके कारगार रहने पर अब रेल मंत्रालय ने सभी जोन में यह अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। पश्चिम मध्य रेल ने मेरी सहेली अभियान पर तुरंत कार्य शुरू कर दिया है। तीनों रेल मंडल में अलग-अलग टीमों का गठन कर महिला आरपीएफ कर्मियों को महिला यात्रियों के फोन पर सहायता और शिकायत के निराकरण के निर्देश दिए गए है। इसके बाद किसी महिला यात्री की 139 पर शिकायती या मदद के लिए कॉल आने पर संबंधित यात्री लोकेशन ट्रेस कर चलती ट्रेन या फिर अगले स्टेशन में उसे राहत पहुंचाई जा रही है।
अकेली यात्रा करने वाली महिला यात्रा पर फोकस
मेरी सहेली अभियान के अंतर्गत ट्रेन में अकेले सफर करने वाली महिला यात्रियों से सम्पर्क करने पर टीमें फोकस कर रही हैं। अकेली महिला यात्री से बातचीत कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। उन्हें सफर के दौरान सावधानी और हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी जा रही है। महिला यात्रा का सफर पूरा करने पर फोन करके फीडबैक लिया जा रहा है। उनके अनुभव के आधार पर व्यवस्था में सुधार की सिफारिश अधिकारियों तक भेजी जा रही है। शिकायत पर उचित कार्रवाई की जा रही है।
महिलाओं के हाथ ही अभियान की पूरी कमान
– 24 आरपीएफ कर्मियों की टीम जबलपुर रेल मंडल में सक्रिय। इसमें चार महिला अधिकारी शामिल।
– 17 आरपीएफ कर्मियों की टीम भोपाल रेल मंडल में सक्रिया। इसमें दो महिला अधिकारी शामिल।
– 12 आरपीएफ कर्मियों की टीम कोटा मंडल में सक्रिय। इसमें महिला अधिकारी भी शामिल है।
– 30-35 ट्रेन में प्रतिदिन सभी टीम मिलकर जांच कर रही है। इसमें पमरे से जाने वाली प्रमुख ट्रेनें शामिल।
– 100 से ज्यादा कुल महिला यात्रियों से प्रतिदिन सम्पर्क करके सुरक्षा संबंधी जानकारी ले रहे है।