अब तक जितने स्कूलों को लेकर कलेक्टर कार्यालय में खुली सुनवाई हुई है, उनमें केवल पांच स्कूलों की फीस का विवरण अपलोड किया गया है। इसमें भी जो विवरण है, उसमें एकरूपता नहीं है। जिस प्रकार स्कूल की तरफ से जानकारी भेजी गई, उसे ही शिक्षा विभाग ने सीधे एनआइसी भेज दिया गया। जबकि होना यह चाहिए था कि उसका एक प्रारूप बनाया जाना चाहिए। जिससे कि अभिभावकों को उसे समझनें में आसानी हो सके। एक निजी स्कूल का ब्यौरा तो ऐसा है जैसे कि कोई पपलेट्स भेजा गया हो। दूसरी तरफ बाकी 14 स्कूलों की जानकारी नहीं आई।
सेंट अलायसियस और स्टेमफील्ड स्कूल की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड की गई है। सेंट अलायसियस की शाखाओं का जो वितरण दिया गया है,उसमें अलग-अलग वर्षों में कुछ स्कूलों में 12 से लेकर 40 प्रतिशत तक फीस बढाई गई। इसी प्रकार कुछ शाखाओं का विवरण भी स्पष्ट नहीं है। दूसरी तरफ स्टेमफील्ड स्कूल का विवरण भी फीस में वृद्धि को लेकर बहुत स्पष्ट नहीं है। इसकी वजह यह है कि इसका कोई प्रारूप ही नहीं बनाया गया।
- घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी