टीम ने डेटा विश्लेषण और दस्तावेजों का आकलन किया तो फर्जी इनवॉइस और बोगस आइटीसी का मामला सामने आया। कर सलाहकारों ने पंजीकृत कर योग्य व्यक्तियों के जीएसटी नंबरों का दुरुपयोग किया। उन्होंने विभिन्न व्यक्तियों को नकली आइटीसी हस्तांतरित करने के उद्देश्य से नकली आपूर्ति दर्शाई। इस पर विभागीय अधिकारियों ने सतना और उसके आसपास स्थित विभिन्न करदाता के परिसरों पर कार्यवाही की गयी है।
कार्यवाही के दौरान पता चला है कि उनके जीएसटी पंजीकरण नंबरों के माध्यम से फर्जी आईटीसी का लेनदेन किया गया है। ऐसी अवैध गतिविधियों से 3.5 करोड़ की आइटीसी विभिन्न व्यक्तियों को हस्तांतरित किया जाना पता चला है।