कई लोगों को मिलेगा रोजगार
वर्तमान में इस कला से जुड़कर शहर में तकरीबन दो हजार लोग काम कर रहे हैं। अभी तक इन कलाकारों को कला का दाम कम मिलता था, लेकिन जीआई टैग मिलने के बाद इनकी मार्केट में कीमत बढ़ जाएगी। इसका फायदा कलाकारों को मिलेगा, साथ ही उन्हें स्टार्टअप फंड भी प्रदान किया जाएगा।
रोजाना छोटी- बड़ी मूर्तियां 01 हजार तैयार होती हैं
मूर्तियां बनाने वाले कारीगर 2 हजार से अधिक