दोनों के पास मिले एक-एक बैग
एसआइटी ने मोखा और सोनिया के घरों की तलाशी ली। इस दौरान जसमीत के कमरे और सोनिया के घर से वह बैग एसआइटी को मिले, जिसमें इंदौर से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जबलपुर लाए गए थे। इंजेक्शन अस्पताल में खाली करने के बाद एक बैग जहां मोखा ने मैनेजर सोनिया को छिपाने के लिए दे दिया था, वहीं दूसरा बैग जसमीत ने अपने घर में छिपा लिया था। एसआइटी की पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि जैसे ही मोखा को पता चला कि गुजरात में नकली इंजेक्शन पकड़े गए हैं, तो उसने यह बात जसमीत और सोनिया से बताई थी। मोखा के गिरफ्तार होने के बाद जसमीत और सोनिया ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खाली शीशियों को चकनाचूर करा दिया था।
विक्टोरिया में डॉक्टरी परीक्षण
जसमीत मोखा और सोनिया को पुलिस टीम पुलिस वाहन में विक्टोरिया अस्पताल ले गई। वहां दोनों का डॉक्टरी परीक्षण कराया गया। यहां से दोनों को सीधे न्यायालय ले जाया गया।
देवेश को आज करेंगे पेश
सिटी अस्पताल के फार्मसिस्ट देवेश चौरसिया की पुलिस रिमांड बुधवार को समाप्त होगी। बुधवार को एसआइटी उसे न्यायालय में पेश करेगी। उसके बाद मोखा का नम्बर आएगा। एसआइटी प्रभारी रोहित काशवानी ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि मोखा कोरोना संक्रमित है। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत तय अवधि पूरी होने के बाद उसका दोबारा आरटीपीसीआर कराया जाएगा। इसमें यदि वह निगेटिव निकलता है, तो उसे भी पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
मोखा के यहां काम करने वाला संदिग्ध परिस्थितियों में लापता
मोखा का एक कर्मचारी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। जानकारी के अनुसार उसका नाम रामपुर निवासी दीपक कुशवाहा है। तीन दिन पूर्व घर से निकला। लेकिन, वह घर नहीं पहुंचा। दीपक की पत्नी अनीता ने मंगलवार को बताया कि तीन दिन पूर्व दीपक के फोन पर जसमीत ने फोन किया और रामपुर चौक बुलाया। कहा कि वहां हरकरण खड़ा है। फोन पर जसमीत से हुई बात दीपक ने अपनी पत्नी से कही और फिर घर से निकला, तो वापस नहीं लौटा। अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि उसे एसआइटी ने पूछताछ के लिए बुलाया या फिर जसमीत के कहने पर हरकरण उसे अपने साथ ले गया। अनीता ने कहा कि यदि एसआइटी ने दीपक को पूछताछ के लिए पकड़ा, है, तो उसे इसकी जानकारी दी जाए।
सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा की पत्नी जसमीत और अस्पताल की मैनेजर सोनिया को 20 मई तक के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
– सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी