encroachment : शहर में तेजी से फैलता अतिक्रमणों का जाल नगर निगम प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहा है। अराजक हालातों की तस्वीरें गवाही दे रही हैं कि रसूखदारों के आगे नगर निगम प्रशासन ‘नत मस्तक’ हो गया है। संजीवनी नगर मोड़ पर तो एक डिपार्टमेंटल स्टोर मालिक पर ऐसी मेहरबानी की गई है कि उसे करोड़ों की सड़क एक तरह से ‘गिफ्ट’ कर दी गई है। वहां के हजारों रहवासियों के मुख्य आवाजाही मार्ग पर गर्डर के जरिए चारपहिया वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। ताकि, सड़क पर डिपार्टमेंटल स्टोर और अगली मंजिल पर बने बैंक में आने वालों के वाहनों की पार्किंग हो सके।
संजीवनी नगर में मार्ग खुलवाने के लिए क्षेत्रीयजन ने हर जगह गुहार लगाई। लेकिन, उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि, इस भवन के नक्शा से लेकर निर्माण की पूरी जांच कराने की बात कही गई थी। यह भी कहा गया था कि पार्किंग व्यवस्था के बगैर तीन मंजिला भवन का निर्माण कैसे कर लिया गया, इसकी जांच कराई जाएगी। निगम की इस अजीब व्यवस्था से त्रस्त होकर आखिरकार क्षेत्रीयजन कहने लगे हैं निगमायुक्त प्रीति यादव ने ही डिपार्टमेंटल स्टोर मालिक को इस सड़क का मालिकाना हक दे दिया है।
encroachment : बेधड़क बेसमेंट में शोरूम, दुकान चला रहे मालिक
शहर में यातायात व्यवस्था का दम घोंटकर कमर्शियल टॉवर के मालिक बेधड़क बेसमेंट में शोरूम, दुकान चला रहे हैं। सब कुछ जानने-समझने के बाद भी निगम किसी एक के बेसमेंट को भी खाली नहीं करा पा रहा। हद तो ये है कि राइट टाउन, मदन महल, उखरी के मुख्य मार्गों के जिन अस्पतालों को बेसमेंट के गलत इस्तेमाल के लिए निगम ने नोटिस थमाया था, बेसमेंट सील करने की कार्रवाई की थी, वे भी मनमानी कर रहे हैं। उनके यहां निगम के जिम्मेदार दोबारा मुड़कर देखना भी जरूरी नहीं समझ रहे।
encroachment : बीत गए चार महीने
अगस्त में नगर निगम ने आशीष अस्पताल, आदित्य अस्पताल, ग्लोबल अस्पताल व समर्थ अस्पताल के बेसमेंट का वाहन पार्किंग की जगह व्यावसायिक इस्तेमाल करने को नोटिस थमाने से लेकर बेसमेंट सील करने की कार्रवाई की थी। लेकिन, ये बाद में मनमाने तरीके से फिर खोल लिए गए। हॉस्पिटल में बेसमेंट का मनमाना इस्तेमाल आज तक नहीं थमा। कुछ के बेसमेंट सील भी कर दिए थे, लेकिन निगम प्रशासन ने इन अस्पतालों पर कार्रवाई की खानापूर्ति तक नहीं की।
encroachment : मिली थीं तमाम अनियमितताएं
इन अस्पतालों के बेसमेंट में तमाम अनियमितताएं सामने आई थीं। कहीं डॉक्टर के चैम्बर बने थे, तो किसी स्थान पर बेसमेंट का ऑफिस के रूप में उपयोग किया जा रहा था। निगम की भवन शाखा की टीम ने इन अस्पतालों में बेसमेंट का वाहन पार्किंग की जगह अन्य उपयोग किए जाने को देखते हुए सील करने की कार्रवाई की थी। दावा किया गया था कि फिर से मनमानी की गई, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
encroachment : खाली जमीन का उपयोग नहीं
जानकारों का मानना है कि शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए सभी मल्टी स्टोरी भवनों में वाहन की पार्किंग बेसमेंट में सुनिश्चित कराया जाना चाहिए। इसके साथ ही प्राइम लोकेशन की खाली जमीन पर नए बाजार और पार्किंग स्थल बनाए जाना चाहिए। सिविक सेंटर में चौपाटी के पास दो बड़े खाली भूखंड हैं। पुराने बस स्टैंड, दमोहनाका बस स्टैंड की जमीन का उपयोग भी नए बाजार व पार्किंग स्थल बनाने में हो।
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