एलइडी लाइट लगी, फेंसिंग कर किया सुरक्षित
12 करोड़ से संवर रहा मदनमहल ईको पार्क, शहर को मिलेगा नया पर्यटन केंद्र
स्मार्ट एलइडी लाइट लगाई गई है। कुछ साल पहले तक शहर का ऑक्सीजोन माना जाने वाला ये स्थल अतिक्रमण में खो गया था। अब पर्यटन महत्व के इस स्थल को आकर्षक स्वरूप दिया जा रहा है। इस मार्ग से होकर आगे जाने पर बैलेंसिंग रॉक, शारदा मंदिर व मदनमहल किला है।
यह है स्थिति
3 व्यू प्वाइंट
1.87 करोड़ से फेंसिंग
संतुलित शिला
बैलेंसिंग रॉक में शिलाओं का संतुलन पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। गोलाकार यह शिला आश्चर्यजनक ढंग से एक विशाल चट्टान पर अपने गुरुत्व केन्द्र पर टिकी हुई है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह संतुलित शिला भूतात्विक कारणों से अस्तित्व में आई। ऐसा प्रतीत होता है कि चट्टानी पहाड़ी के अस्तित्व में आने के बाद यहां लंबे समय तक विघटन जैसी क्रियाएं निरंतर होती रही हैं। इसके कारण चट्टानों के चिपके हुए घुलनशील व अलग होने वाले द्रवों के कारण कठोर शिला अपने गुरुत्व केन्द्र स्थिरता प्राप्त कर अस्तित्व में आई। ये शिला 1997 में आए विनाशकारी भूकंप में भी नहीं डिगी।
शारदा देवी का मंदिर
मदनमहल पहाड़ी पर स्थित शारदा देवी मंदिर क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन का बड़ा केन्द्र है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मैया के पूजन-अनुष्ठान के लिए आते हैं। सावन के महीने में यहां मेला भरता है। हर सावन सोमवार को यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु धर्म ध्वजा फहराते हैं
सबसे छोटा किला
इतिहासकारों के अनुसार मदनमहल का किला दुनिया का सबसे छोटा किला है। मदनमहल की पहाड़ी पर स्थित ये किला रानी दुर्गावती के शासन काल में वॉच टॉवर रहा है। जहां से सैनिक समूचे नगर पर नजर रखते थे। इस किले से भूगर्भीय सुरंग नर्मदा की तलहटी से होते हुए मंडला तक थी। इस गुप्त रास्ते पर सेना की आवाजाही रहती थी।
मदनमहल पहाड़ी बड़ा पर्यटन क्षेत्र है। पहुंच मार्ग को सुगम बनाने के लिए स्मार्ट सड़क का निर्माण कराया गया। अब आसपास के क्षेत्र को आकर्षक स्वरूप देने के लिए यहां अतिक्रमण मुक्त हुई जमीन पर ईको पार्क का निर्माण कराया जा रहा है।
– रवि राव, प्रशासनिक अधिकारी, स्मार्ट सिटी