डुमना एयरपोर्ट : सात शहरों के लिए है शहर से फ्लाइट
विस्तारीकरण धीमा, शुरू होने के कुछ समय बाद ही बंद हो जाती है फ्लाइट
यह है स्थिति
419 करोड़ रुपए है संपूर्ण विस्तार कार्य की लागत 75 यात्री हैं वर्तमान टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता 500 यात्री क्षमता होगी विस्तार के बाद टर्मिनल बिल्डिंग की 9000 वर्गफीट टर्मिनल बिल्डिंग का क्षेत्रफल
अभी जबलपुर से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, बिलासपुर, इंदौर और बैंगलूरु रूट पर 11 फ्लाइट्स उड़ान भर रही हैं। दिल्ली और मुंबई रूट पर एयरबस का सफर अनियमित रूप से है। जानकारों का कहना है कि पर्याप्त लोड नहीं मिलने की वजह से कभी-कभी फ्लाइट कैंसिल करना पड़ती हैं।
चेन्नई और कोलकाता रूट पर फ्लायर्स कम
डुमना एयरपोर्ट से कुछ माह पहले ही कोलकाता और चेन्नई रूट पर फ्लाइट चालू की गई थी। डेढ़ वर्ष पूर्व जूम एयरलाइंस की जबलपुर से कोलकाता और जोरहट रूट पर फ्लाइट थी। पर्याप्त फ़्लायर्स न मिलने के कारण विमान कंपनी ने उड़ान बंद कर दी। डेढ़ माह पूर्व ही स्पाइस जेट ने कोलकाता और एक माह पूर्व चेन्नई रूट पर उड़ान चालू की। यहां भी पर्याप्त लोड न मिलने के कारण उड़ान बंद हो गई।
क्वार्टर बनते ही सीआइएसएफ की होगी तैनाती
डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा पुलिस जवानों पर है। यहां शिफ्ट में 35 पुलिस अधिकारी और जवानों की तैनाती की जाती है। इसके एवज मे एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से पुलिस विभाग को आठ लाख रुपए का भुगतान करना पड़ता है। बताया गया कि विस्तारीकरण कार्य पूरा होते ही यहां सीआइएसएफ की तैनाती की जाएगी। इसके लिए डुमना एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से सीआईएसएफ अधिकारियों और जवानों के लिए क्वार्टर का निर्माण कराया जा रहा है। डुमना एयरपोर्ट पर आठ एप्रान बनकर तैयार हो गए हैं। नया रनवे भी तैयार हो गया है। लेकिन अब तक डीजीसीए की अनुमति नहीं मिल पाई है, जिस कारण नया रनवे नहीं शुरू हो पाया है।
एटीसी ब्लॉक
लागत 207 करोड ? रुपए
कुल क्षेत्रफल 2745 वर्गमीटर
सात मंजिला टावर की लबाई 32 मीटर
टर्मिनल बिल्डिंग का काम भी 65 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है। रनवे तैयार है, डीजीसीए की अनुमति ली जानी है। वहीं एप्रान भी तैयार हो गए हैं। मार्च 2023 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद डुमना की अन्य शहरों से कनेक्टिविटी और बढ़ सकती है।
– कुसुम दास, डायरेक्टर, एयरपोर्ट
रनवे एक नजर में
– 206 करोड़ रुपए की लागत से 1988 मीटर रनवे में 2750 मीटर और बढ़ोत्तरी हो रही है।
– 1.30 करोड़ से एयर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए डीवीओआर उपकरण लगाए जाएंगे।
ये सुविधाएं होंगी टर्मिनल बिल्डिंग में
●चेक इन काउंटर्स
●दो बैगेज बेल्ट
●एलीवेटर्स
●एस्केलेटर
●आधुनिक पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज
●फायर फाइटिंग सिस्टम
●फायर फाइटिंग अलार्म
●सिग्नल, डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे
●बैग स्केनर
●चाइल्ड केयर रूम
●वीआईपी लाउंज
●एटीएम, स्नेक्स बार
●300 कारों और बसो की पार्किंग