सुबह उठते ही लोगों ने पाया कि टैप वाटर की टोंटी तो सों-सों कर रही है। मन खिन्न हो गया। आंख मलते बाहर निकले तो पाया कि हर घर का यही हाल है। ऐसे में लोग ग्वारी घाट गए और वहां से नर्मदा का पानी लाए, तब जा कर उनकी दिनचर्या शुरू हुई। कुछ लोगों को बड़े-बड़े डब्बों में पानी लाते देखा गया।
पता चला कि एसबीआई कॉलोनी की 2 लाख गेलन छमता वाली पानी की टंकी में रिसाव के चलते जलापूर्ति ठप हो गई। नगर निगम व जलल के अधिकारी और कर्मचारी सुबह से ही इस लीकेज को सुधारने में जुट गए। लिहाजा शुक्रवार सुबह से मरम्मत कार्य शुरू हो गया। इस मरम्मत कार्य के चलते टंकी भरी ही नहीं गई। नतीजतन गोरखपुर, हाथीताल एसबीआई कॉलोनी सहित आस-पास के क्षेत्रों की करीब तीन हजार आबादी को सुबह पानी नहीं मिला।
बताया जा रहा है कि पेयजल संकट अभी और तीन दिन रहेगा। वजह टंकी में लीकेज सुधार का कार्य एक नवंबर तक चलेगा, 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को भी टंकी से सुबह और शाम की जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। हालांकि नागरिकों को होने वाली असुविधा के मद्देनजर नगर निगम टैंकरों से जलापूर्ति कराने के प्रयास कर रहा है।