Flowers : गौरीघाट, तिलवारा, लम्हेटा, लम्हेटी, बरगी, चरगवां, शहपुरा, बरेला में होती है फूलों की खेती
Flowers : आंकड़ों की जुबानी
- 670 एकड़ में गेंदा व अन्य मौसमी फूल
- 150 एकड़ में गुलाब की खेती
- 950 किसान जुड़े हैं फूलों की खेती से
Flowers : पर्वों पर अच्छी कीमत
- 250 रुपए किलो तक बिकता है गुलाब
- 80 रुपए तक थोक में बिकता है गेंदा
Flowers : रंग-बिरंगे फूलों की आवक
किसानों ने गेंदे की तीन किस्म लगाई हैं। फूलमंडी में तीनों किस्म के गेंदा के साथ ही अन्य रंग-बिरंगे फूलों की आवक हो रही है। उद्यानिकी से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार धनतेरस से देवउठनी एकादशी तक फूलों की मांग ज्यादा रहेगी। इसके बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाता है। इस दौरान भी आयोजनों के लिए मंडप व घर को सजाने फूल का वृहद स्तर पर उपयोग किया जाता है। बारात के दौरान भी वाहनों को फूलों से सजाया जाता है। Flowers : नर्मदा के तटवर्ती क्षेत्रों से लेकर कछार के बरगी, चरगवां, शहपुरा से लेकर सहायक नदियों के कछार के बरेला पनागर, कचनरी, महगवां, नर्रई, सर्रई क्षेत्र में फूलों की खेती का रकबा बढ़ता जा रहा है। दीपावली व अन्य पर्वों में खपत को देखते हुए इस बार भी गेंदा, जरबेरा, सेवंती का वृहद स्तर पर उत्पादन किया जा रहा है।