40 किमी की दूरी तक गोला दागने की क्षमता
40 किमी की दूरी तक गोला दागने वाली यह तोप देश के सीमावर्ती इलाकों के लिए बेहद कारगर है। जिस प्रकार अभी चीन और पाकिस्तान आंखें दिखाने की कोशिश करता है, उनके लिए भी यह तोप काल से कम नहीं है। इस तोप का निर्माण पहले की तुलना में तेज किया गया है। इसलिए सेना को डिस्पैच करने काम भी उसी गति से किया जा रहा है। पहले दौर में छह तोप गई थीं। वहीं उसके बाद 11 तोप सौंपी गईं। इसमें दो तोप अक्टूबर के अंत में भेजी गईं।
सेकंड लाइन फायरिंग
तोप को तैयार कर उसे डिस्पैच जल्दी से जल्दी करने का काम किया जा रहा है। बताया जाता है कि कुछ दिनों के उपरांत दो और तोप डिस्पैच हो जाएगी। इसकी सेकंड लाइन फायरिंग की जा रही है। ज्ञात हो कि बोफोर्स तोप को अपग्रेड कर धनुष तोप का निर्माण जीसीएफ में किया गया है।
अब नकद भुगतान
रक्षा उत्पादों के भुगतान की प्रक्रिया में बदलाव हुआ है। अब संबंधित निगम और सेना के बीच कान्ट्रेक्ट होता है। जितना ऑर्डर मिलता है, उसका लगभग 60 फीसदी भुगतान एडवांस में करना होता है। वहीं 40 प्रतिशत भुगतान उत्पादन पूर्ण होने पर किया जाता है। जबकि पहले इंडेंट सिस्टम प्रचलित था। इस लिहाज से रक्षा कंपनी एडवांस वेपंस एंड इक्विमेंट इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत जीसीएफ को दो धनुष तोप के डिस्पैंच करने पर 30 करोड़ रुपए नकद रूप में प्राप्त हुए हैं।
धनुष तोप प्रोजेक्ट पर तेजी के साथ काम किया जा रहा है। पूर्व में हमने छह तोप सेना के सुपुर्द की थी। वहीं सभी प्रकार की फायरिंग के उपरांत 11 तोप और डिस्पैच की गई हैं। इनमें दो तोप की सुपुर्दगी अक्टूबर माह में की गई।
– संजय श्रीवास्तव, जनसंपर्क अधिकारी जीसीएफ