मैसेज से भी आ सकते हैं मालवेयर
यदि आपके वॉट्सएप में ऑटो डाउनलोड फीचर हैं, तो आपके मोबाइल में भी मालवेयर एप्लीकेशन हो सकता है। जो आपकी निजी जानकारियां ब्लेकमेलर्स और साइबर ठगों के पास पहुंचा रहा होगा। रात के वक्त ये मालवेयर एक्टिव होकर आपका डेटा चोरी करते है।यहां हैकर्स ने चोरी किए डेटा
● सीहोर जिले की एक निजी विश्वविद्यालय में 10 जून को 8 हजार से अधिक छात्रों का निजी डेटा हैक कर लिया गया। ● अपेक्स बैंक का मुख्य सर्वर 15 अगस्त की शाम हैक हो गया था। इससे प्रदेशभर के किसानों व नागरिकों का डेटा संकट में आ चुका था। ● प्रदेश के ई-पालिका सर्वर हैक होने के बाद लाखों लोगों के डेटा पर खतरा आ गया था। 2 जनवरी को हैकर्स ने पालिका के करीब 50 लाख घरों के निजी डेटा तक पहुंच बना ली थी।
कई बार मालवेयर से बिना ओटीपी, लिंक या मोबाइल यूजर के पता लगे बैंकिंग भी हो जाती है। फिसिंग से कई यूजर्स हैकर्स की जाल में फंसते हैं। यूजर्स को सावधानी बरतनी चाहिए। हेमंत पाठक, निरीक्षक साइबर सेल