जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय एनआरआइ कोटे के तहत जबलपुर, रीवा और महू वेटरनरी कॉलेज की यूजी सीटों में प्रवेश देता है। विश्वविद्यालय में कुल 24 सीटें एनआरआइ कोटे के तहत आती हैं। इस बार इस कोटे की सीटों के लिए 15 आवेदन आए, जबकि पिछले साल 2019 में महज 7 आवेदन आए थे।
सुबह 11 बजे से वेटरनरी विश्वविद्यालय के फिशरी कॉलेज में यह काउंसलिंग आयोजित की जा रही है। विश्वविद्यालय के डीन फैकल्टी डॉ. आरपीएस बघेल काउंसलिंग कमेटी के चेयरमैन है। उनका कहना है कि कोरोना की तय गाइडलाइन का पालन करते हुए काउंसलिंग चल रही है। हालांकि यहां भीड न लगे, इसलिए दस्तावेज की जांच से लेकर प्रवेश तक के काम में लगे कर्मचारियों को दूर-दूर बिठाया गया है। उन्होंने बताया कि पहले जहां एनआरआई छात्र, एनआरआई व्यक्तियों के बच्चे अथवा उनके रिश्तेदारों को इस कोटे की सीटों में प्रवेश दिया जाता था, लेकिन नियम सख्त करते हुए रिश्तेदार यानि स्पांसर को इस कोटे की सीटों में प्रवेश देना बंद कर दिया।
“एनआरआई कोटे की सीटों के लिए काउंसलिंग शुरू हो गई है। प्रवेश लेने वाले छात्र और छात्राओं को डॉलर में ही अपनी फीस जमा करना है।”-डॉ. आरपीएस बघेल, डीन फैकल्टी, वेटरनरी विश्वविद्यालय